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असल जिंदगी में बेहद खूबसूरत है स्त्री 2 का चंदेरी शहर, ऐसे बनाएं यहां घूमने का प्लान

आजकल श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की फिल्म स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस पर लगातार धमाल मचा रही है। फिल्म के रिलीज होने के 15 दिन बाद भी इसके सभी शो हाउसफुल जा रहे हैं। इस फिल्म में चंदेरी का जिक्र किया गया है। स्त्री और सरकटा की पूरी कहानी ही चंदेरी की है।

भले ही स्त्री और सरकटा की कहानी काल्पनिक है लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंदेरी जगह काल्पनिक नहीं है। ये एतिहासिक शहर मध्य प्रदेश में है। चंदेरी शहर पहाड़ियों, झीलों और जंगल से घिरा है। इसके साथ-साथ यहां की चंदेरी साड़ियां और ऐतिहासिक स्मारक भी काफी प्रसिद्ध है। यहां का हर स्थान इतिहास प्रेमियों, कला प्रेमियों और साड़ियों के शौकीनों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।

चंदेरी को भारतीय इतिहास, संस्कृति और कला का धरोहर स्थल माना जाता है। यहां हर साल विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है, जिसमें स्थानीय और बाहरी पर्यटक हिस्सा लेते हैं। अगर आप चाहें तो यहां घूमने का प्लान कर सकते हैं। यहां घूमने के लिए दो से तीन दिन काफी हैं। इस लेख में हम आपको चंदेरी के इतिहास के साथ-साथ यहां जाने की योजना बनाने का तरीका बताएंगे।

जानें चंदेरी का इतिहास

चंदेरी का इतिहास काफी प्राचीन है। ये शहर कई महान शासकों और साम्राज्यों का साक्षी रहा है। यह स्थान मालवा के परमार राजाओं, चंदेलों और बाद में दिल्ली सल्तनत, मालवा सुल्तानों और मुगलों के शासन के अधीन रहा है। इतिहास की मानें तो चंदेरी पर गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश ने शासन किया है। राणा सांगा ने इस खूबसूरत जिले को महमूद खिलजी से जीता था।

जब सभी प्रदेशों पर मुगल शासक बाबर का आधिपत्य था तब उस वक्त 1527 में एक राजपूत राजा मेदिनी राय ने चंदेरी पर अपनी पताका लहराई। इसके बाद इसके शासन की बागडोर जाट पूरनमल के हाथों में गई। सबसे आखिर में शेरशाह ने छल से पूरनमल को हराकर कत्लेआम किया और इस चंदेरी के किले पर कब्जा अपना राज स्थापित किया। इस जिले में घूमने की कई जगहें भी हैं, जिनके बारे में यहां हम बताने जा रहे हैं।

चंदेरी का किला

चंदेरी में अनेक किले, महल और मस्जिदें हैं, जिनमें से चंदेरी किला सबसे प्रमुख है। यह किला बुंदेलखंड के राजाओं द्वारा बनाया गया था और यह शहर की पहाड़ियों पर स्थित है। इस किले का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। किले से चंदेरी शहर का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।

कटी घाटी गेट

इस दरवाजे को स्त्री फिल्म में दिखाया गया है। इसी दरवाजे से चंदेरी में एंट्री होती है। इसे चंदेरी के किले की पहाड़ियों में काट कर बनाया गया है। इस 10 मीटर ऊंचे और 25 मीटर चौड़ें दरवाजे को सिर्फ एक रात में तैयार किया गया था। इस भव्य दरवाजे में देवनागरी और नश्क लीपियों में शिलालेख भी मिलते हैं

जामा मस्जिद

चंदेरी जिले में स्थित ये मस्जिद 13वीं शताब्दी में बनाई गई थी और अपनी वास्तुकला और डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है। ये भारत की इकलौती बिना मीनार वाली मस्जिद है। यहां के गुंबद और लंबी वीथिका काफी सुंदर है।