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किसानों को वक्फ नोटिस दिए जाने पर भड़के बीवाई विजयेंद्र, कहा- कांग्रेस पार्टी में बढ़ रहा असंतोष

कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने शुक्रवार को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया और उस पर किसानों को विवादास्पद वक्फ भूमि नोटिस जारी करने और अपनी चुनावी गारंटी के लिए केंद्रीय योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया। इस दौरान वीबाई विजयेंद्र ने दावा किया कि कांग्रेस के भीतर असंतोष बढ़ रहा है, विधायकों ने कथित तौर पर निर्वाचन क्षेत्र के विकास कोष को रोके जाने और मुख्यमंत्री की नेतृत्व शैली को लेकर निराशा व्यक्त की है।

‘अपनी विफलता छिपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगाते हैं सीएम’

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपनी प्रशासनिक विफलताओं को छिपाने के लिए लगातार केंद्र पर आरोप लगाते रहते हैं। राज्य के संसाधनों का प्रबंधन ठीक से नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कर्नाटक शासन में निराशाजनक स्थिति को उजागर किया। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ सत्तारूढ़ पार्टी चुनावी गारंटियों को पूरा करने में असमर्थ है, वहीं दूसरी तरफ सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में विकास गतिविधियां ठप हो गई हैं, क्योंकि विधायक स्थानीय परियोजनाओं के लिए अनुदान प्राप्त करने में असमर्थ हैं।

राज्य सरकार के फैसलों से गरीबों को नुकसान- विजयेंद्र

भाजपा प्रमुख ने हाल ही में सरकार की तरफ से लिए गए नीतिगत निर्णयों की विशेष रूप से आलोचना की, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि इन फैसलों से गरीबों को नुकसान पहुंचा है, जिसमें दूध की कीमतों में बढ़ोतरी, ईंधन की लागत, स्टांप शुल्क और सरकारी अस्पताल के शुल्क में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल है। उन्होंने कहा, सिद्धारमैया सरकार के ये सभी निर्णय गरीबों और किसानों दोनों को प्रभावित कर रहे हैं। विजयेंद्र की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब भाजपा ने वक्फ कानून के तहत किसानों को जारी किए गए नोटिसों के खिलाफ अपना विरोध तेज कर दिया है।

दिसंबर में कर्नाटक का दौरा करेंगे वरिष्ठ भाजपा नेता

उन्होंने कहा, हम पूरे राज्य में धरना दे रहे हैं। हमारे वरिष्ठ नेता इन फैसलों के खिलाफ दिसंबर के पहले हफ्ते में कर्नाटक का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा, वक्फ के नाम पर गरीब किसानों को धोखा नहीं दिया जाना चाहिए और उनकी जमीन नहीं छीनी जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम ने जिला आयुक्तों को किसानों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है, जिससे व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।