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हां मैंने रेप किया, फिर फेंक दिया दसवीं मंजिल से – सिस्टम को तमाचा

पंकज शाक्य

कानपुर में दुष्कर्म के बाद अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से फेंकी गई युवती की मौत के मामले ने तब तूल पकड़ लिया। जब शुक्रवार की रात सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा समृद्धि कल्याणपुर पुलिस के साथ उस जगह पर पहुंची। जहां दुष्कर्म के बाद दसवीं मंजिल से फेंकी गई युवती ने दम तोड़ा था।


कानपुर में दुष्कर्म के बाद अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से फेंकी गई युवती की मौत मामले ने अब तेजी से तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार की रात सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा समृद्धि कल्याणपुर पुलिस के साथ उस जगह पर पहुंची, जहां युवती ने दम तोड़ा था। उस फ्लैट में भी गईं, जहां युवती के साथ डेयरी मालिक ने दरिंदगी की थी। जगह-जगह पड़े खून के धब्बों को देखकर सीमा समृद्धि कुशवाह फफक पड़ीं।


खून के धब्बे देख कुशवाह ने कहा, कि यह खून के धब्बे हमारे देश पर बहुत बड़ा धब्बा है। हमारी बेटियां कब तक प्रतीक वैश्य जैसे दरिंदों का शिकार होती रहेंगी। आरोपी प्रतीक ने कुबूलनामा किया कि ‘हां मैंने रेप के बाद 10वीं मंजिल से फेंक कर युवती का मर्डर किया’ पूरे सिस्टम पर तमाचा है। बता दें कि अधिवक्ता सीमा समृद्धि ने ही दिल्ली के चर्चित निर्भया कांड में आरोपियों को फांसी की सजा तक पहुंचाया था। 22 सितंबर को आरोपी प्रतीक ने कहा था- हां मैंने रेप किया फिर अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से फेंक दिया था।

*सीमा बोलीं…निर्भया कांड की तरह डेयरी मालिक ने की दरिंदगी*

मॉडल डेयरी कारोबारी प्रतीक का कल्याणपुर थानाक्षेत्र के गुलमोहर रेजीडेंसी अपार्टमेंट के 10वीं मंजिल पर फ्लैट है। बीते मंगलवार 21 सितंबर को 19 वर्षीय पर्सनल सेक्रेटरी (पीए) को काम का झांसा देकर फ्लैट पर लाया था। इसके बाद उसने फ्लैट का दरवाजा बंद करके उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने और पुलिस की शिकायत की बात कहने पर उसने अपनी पीए की दसवीं मंजिल से फेंक कर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रतीक के खिलाफ रेप, हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
मामले की जानकारी मिलने पर सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता सीमा समृद्धि ने केस लड़ने का फैसला लिया। जिसके बाद वह शुक्रवार की रात को सीमा घटनास्थल का मौका मुआयना करने गुलमोहर रेजीडेंसी पहुंची। इस दौरान उनके साथ मामले की जांच कर रहे कल्याणपुर थाना प्रभारी वीर सिंह और एसीपी कल्याणपुर दिनेश शुक्ला मौजूद रहे।
उन्होंने फ्लैट के अंदर से लेकर जिस बालकनी से उसे नीचें फेंका गया, वहां के साथ ही जहां पर लाश पड़ी थी उसका मौका-मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कांड में भी निर्भया की तरह ही बेटी के साथ दरिंदगी की गई है। जहां सीमा के इस केस को हाथ में लेने से परिवार को न्याय की उम्मीद जगी है।

*फ्लैट में छिपाने वाले माता-पिता को आरोपी क्यों नहीं बनाया?*

सीमा ने कल्याणपुर थाने के इंस्पेक्टर वीर सिंह से कई बिंदुओं पर बात की। उन्होंने कहा कि आरोपित के माता-पिता ने पुलिस को गुमराह भी किया, इतना ही नहीं घंटों अपने फ्लैट में छिपाए रहे। इसके बाद भी पुलिस ने उन्हें मुल्जिम क्यों नहीं बनाया? जब पुलिस से न्याय नहीं मिला। तभी पीड़ित परिवार को सड़क पर उतरकर आंदोलन करना पड़ा। अपनी आवाज उठाना उनका संवैधानिक अधिकार है। फिर भी प्रशासन ने पीड़िता के परिजनों के खिलाफ ही मुकदमा लिख दिया। लिहाजा उस मुकदमे को वापस लिया जाना चाहिए।

*सिस्टम फेल होने से बेखौफ हैं अपराधी…*

सीमा समृद्धि कुशवाह ने वेलकम इंडिया समाचार पत्र के संवाददाता पंकज शाक्य से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि, हमारी पूरी ज्यूडीशिरी ,पुलिस व्यवस्था, पॉलिटिकल पर्सन सब फेल हैं। उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ जी बेटियों का खून कब तक हम लोग ऐसे देखते रहेंगे। हमारी बेटियां कब तक प्रतीक वैश्य जैसे दरिंदों का शिकार होती रहेंगी। इस अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से उस बेटी को फेंका बिना किसी डर से, क्योंकि उसके अंदर इसलिए डर नहीं है कि जब कोई अपराध करता है तो 10 से 15 साल मुकदमे चलते हैं। इसके बाद भी सजा नहीं मिलती और बेल पर खुलेआम घूमते हैं। और वो व्यक्ति बेखौफ होकर ये कह रहा है कि हां मैंने रेप किया, हां मैंने मर्डर किया ये पूरे सिस्टम पर बहुत बड़ा तमाचा मार रहा है, कि आप मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। मेरी उम्मीद यही है कि इस केस में जितनी जल्दी हो सके जांच पूरी हो और फास्ट ट्रैक कोर्ट से आरोपी को कड़ी सजा मिले। यही मेरी मांग है?