Sun. Feb 2nd, 2025

पाकिस्तान के जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने दावा किया कि खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेतृत्व वाली सरकार ने अपना अधिकार खो दिया है, क्योंकि सशस्त्र समूहों ने प्रांत पर नियंत्रण कर लिया है।

पहले भी JUIF प्रमुख ने की थी टिप्पणी
शुक्रवार को मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि जिन लोगों ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पीटीआई पार्टी की सरकार को खैबर पख्तूनख्वा में सत्ता में लाया था, वे अब खुद इसे चला रहे हैं। पहले उन्होंने दावा किया था कि पीटीआई सशस्त्र आतंकवादियों के समर्थन से खैबर पख्तूनख्वा में सत्ता में आई थी, जो अब प्रांत को चला रहे हैं। उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह गंभीर हो गई है और इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।

शहबाज सरकार को किया ये बड़ा दावा
मौलाना फजलुर रहमान ने कहा, ‘सूर्यास्त के बाद पुलिस सड़कों पर गश्त करने में असमर्थ थी, जिससे प्रांत की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।’ सरकार पर टिप्पणी करते हुए, जेयूआई-एफ प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ‘उस दिन खत्म हो जाएगी जिस दिन हम अपना समर्थन वापस ले लेंगे’। उन्होंने सत्तारूढ़ सरकार की आलोचना की और कहा कि उनके पास एक दिन भी शासन चलाने की ताकत नहीं है। मौलाना फजलुर रहमान ने सरकार पर पीटीआई के साथ बातचीत के दौरान विपक्षी दलों को दरकिनार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘चर्चा के दौरान विपक्षी दलों को विश्वास में नहीं लिया गया।’ उन्होंने बातचीत पर अपना रुख स्पष्ट किया: ‘मैं बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने में विश्वास करता हूं। राजनीतिक समाधान केवल बातचीत के जरिए ही हासिल किया जा सकता है।’

By Editor