Tue. Feb 11th, 2025

गलत खान-पान की आदतें, तनाव और अनियमित जीवनशैली के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं जैसे गैस, कब्ज, अपच और एसिडिटी। अगर आप इन समस्याओं से परेशान हैं, तो कुछ योगासन आपकी मदद कर सकते हैं। योगाभ्यास पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और डाइजेशन सुधारने में बेहद असरदार होते हैं। पेट की समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति को इन 5 योगासनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। ये न केवल आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाएंगे, बल्कि आपकी सेहत और शरीर को भी फिट रखेंगे। यहां पांच प्रभावी योगासन दिए गए हैं, जो पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करेंगे।

पवनमुक्तासन

  • इस आसन के अभ्यास से गैस, कब्ज और अपच की समस्या दूर होती है।
  • पवनमुक्तासन पाचन तंत्र को मजबूत करता है और ब्लोटिंग कम करता है।
  • ये आसन पेट और जांघों की चर्बी कम करने में सहायक है।

कैसे करें?

  • पीठ के बल लेटकर दोनों पैर सीधे रखें।
  • दाएं घुटने को मोड़कर छाती के पास लाएं और दोनों हाथों से पकड़ें।
  • सिर उठाते हुए घुटने से नाक मिलाने की कोशिश करें।
  • 10-15 सेकंड तक इस स्थिति में रहें, फिर धीरे-धीरे वापस आएं।
  • ये प्रक्रिया दूसरे पैर के साथ दोहराएं।
  • दिन में 3-5 बार करें।

भुजंगासन

  • भुजंगासन से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती है और पाचन ठीक रहता है।
  • एसिडिटी और गैस्ट्रिक प्रॉब्लम को कम करने में भुजंगासन असरदार है।
  • इस आसन का अभ्यास लिवर और किडनी को हेल्दी बनाए रखता है।

कैसे करें?

  • पेट के बल लेटकर पैरों को सीधा रखें और हाथों को कंधों के नीचे रखें।
  • गहरी सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे ले जाएं।
  • इस स्थिति में 15-20 सेकंड तक रहें।
  • सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं।
  • ये क्रिया 3 से 4 बार दोहराएं।

वज्रासन

  • खाने के बाद बैठने वाला इकलौता योगासन है, जो तुरंत डाइजेशन में मदद करता है।
  • वज्रासन से एसिडिटी, गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
  • इसका अभ्यास पेट की चर्बी कम करने में भी मदद करता है।
  • खाने के तुरंत बाद 5-10 मिनट वज्रासन करने से पाचन तेज होता है।

By Editor