चेन्नई:  अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने रविवार को कहा कि पार्टी निष्काषित नेता ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) को वापस नहीं लेगी, जबकि ओपीएस ने कुछ दिन पहले कहा था कि वह पार्टी में वापस आने के लिए तैयार हैं।

सोमवार को दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की 77वीं जयंती मनाई जानी है। इससे पहले, पलानीस्वामी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने पूछा, ‘क्या भेड़िया और भेड़ एक साथ रह सकते हैं?’ क्या खरपतवार और फसल एक साथ हो सकते हैं? क्या वफादार और गद्दा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं?’

बिना शर्त पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार: ओपीएस
कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि वह AIADMK में वापस लौटने के लिए तैयार हैं, लेकिन महासचिव का पद कार्यकर्ताओं द्वारा चुना जाना चाहिए। ओपीएस, जो अब ADMK वर्कर्स राइट्स रिट्रीवल कमेटी के प्रमुख हैं, ने कहा कि वह टीटीवी दिनाकरन और शशिकला के साथ पार्टी में बिना शर्त शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम बातचीत के जरिये मुद्दों को सुलझा सकते हैं।

स्टालिन सरकार पर कई मुद्दों को लेकर बोला हमला
पलानीस्वामी ने महिला सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि लोग सत्तारूढ़ सरकार से नाखुश हैं। वह चाहते हैं कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद AIADMK फिर से सत्ता में आए।

पलानीस्वामी ने दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की प्रशंसा की
पलानीस्वामी ने चुनौतियों के बावजूद प्रभावी शासन के लिए दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की प्रशंसा की। जयललिता ने 2011 में AIADMK को भारी बहुमत से जीत दिलाई और 2016 में भी सत्ता में रहीं। उन्होंने दिसंबर 2016 में अपनी मृत्यु तक सरकार का नेतृत्व किया। AIADMK 2011 से 2021 तक 10 वर्षों तक सत्ता में रही, जो तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि है।

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