संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि उन्हें भारतीय कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की दो खुराकें मिली हैं. कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में किया गया है.
कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में किया गया है. शाहिद ने शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें नहीं पता है कि कितने देशों में कोविशील्ड स्वीकार्य है लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा कई देशों को मिला है.
अब्दुल्ला शाहिद वैश्विक टीकाकरण प्रयास और समानता का जायजा लेने के लिए जनवरी में संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाने की योजना बना रहे रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “आम बहस में दुनियाभर के नेताओं को सुनने के दौरान उन्हें अब तक वैक्सीन के बारे में कई संदेश मिले हैं. उनमें अमेरिका,चीन और भारत के अलावा दुनिया के कई कोनों और खुद वैक्सीन उत्पादकों से सबसे सकारात्मक रिस्पांस रहा है.”