क्या आपके बच्चे को अक्षरों में समानता या अंतर करने या नए शब्दों को सीखने में परेशानी हो रही है? क्या आपके बच्चे को स्कूल में पढ़ाई के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है? अगर हां तो ये डिस्लेक्सिया के कारण हो सकता है.
ये एक प्रकार का लर्निंग डिसऑर्डर है जिसके शिकार ज्यादातर बच्चे होते हैं. ये भी गौर करना जरूरी है कि डिस्लेक्सिया मेडिकल की एक स्थिति है न कि बुद्धि की कमी. इस न्यूरोलॉजिकल समस्या का वयस्क होने तक पता नहीं चल पाता है.
शोधकर्ताओं को अभी तक डिस्लेक्सिया का कारण नहीं समझ में आया है, लेकिन उनका मानना है कि विकास के दौरान कोई समस्या दिमाग को प्रभावित कर सकती है. शोधकर्ता उसके पीछे जेनेटिक्स की भूमिका को भी एक हिस्सा मानते हैं.
डिस्लेक्सिया शारीरिक अक्षमता जैसे दृष्टि या सुनने की समस्या की वजह से नहीं होती है. डिस्लेक्सिया से पीड़ित ज्यादातर लोगों की बुद्धि औसत या औसत से ऊपर होती है. उनको जानकारी याद रखने, व्यवस्थित करने या हासिल करने में दुश्वारी होती है.
डॉक्टर की भूमिका डिस्ऑर्डर से पीड़ित बच्चों के इलाज में स्पष्ट है. समर्थन से ज्यादातर पीड़ित बच्चे अपनी सीखने की क्षमता में सुधार कर लेते हैं.