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बीएसएफ की साइकिल रैली पहुंची राजघाट, किया बापू को याद

 

मथुरा। भारत सरकार द्वारा 75वां आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के रूप में विभिन्न विभिन्न माध्यमों से कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसी क्रम में गृह मंत्रालय द्वारा अलग-अलग बलों की माध्यम से साइकिल रैलियां आयोजित की गई थीं। जिसमें सभी बलों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था। आजादी के अमृत महोत्सव में शामिल हुई साइकिल रैलियों देश की विभिन्न भागों से होते हुए 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती के दिन उनकी समाधि स्थल पर पहुंची जहां देश के गृहमंत्री ने सभी बलों की साइकिल रैलियों का भव्य स्वागत कर हौसला अफजाई किया। बाद गांव स्थित 178वीं वाहिनी बीएसएफ कैम्प से साइकिल रैली में जवानों द्वारा भाग लिया गया। बीएसएफ जवानों द्वारा विभिन्न रास्तों एवं पड़ावों से गुजरते हुए नोएडा होकर साइकिल रैली दिल्ली पहुंची। वहां से साइकिल रैली 2 अक्टूबर की सुबह गांधी जयंती के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट दिल्ली पहुंची।

देश के विभिन्न हिस्सों से होकर विभिन्न सुरक्षा बलों की साइकिल रैलियां जब राजघाट दिल्ली में एकत्रित हुई, तब ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे आजादी के अमृत महोत्सव रूपी वर्षा हो रही हो। सभी सुरक्षा बलों की साइकिल रैलियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर पहुंचकर उनको याद किया गया। राजघाट दिल्ली पहुंचने वाली साइकिल रैलियां जिन रास्तों से होकर गुजर रही थी उन रास्तों से राष्ट्र प्रेम की भावना का संदेश देश के युवाओं को सीधा-सीधा जा रहा था। युवाओं के लिए जवानों द्वारा निकाली गई साइकिल रैली राष्ट्रप्रेम की सद्भावना को उनके दिलों में जागृत कर रही थी। आजादी का अमृत महोत्सव साइकिल रैली में मुख्य रूप से 178वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के उप कमाण्डेंट मनोज कुमार, सुहैल लखानी असिस्टेंट कमाण्डेंट, अनिल कुमार सूबेदार मेजर, सब इंस्पेक्टर हरेंद्र कुमार सहित अन्य बल सदस्य मुख्य रूप से मौजूद रहे।