लखीमपुर हिंसा में किसानों की मौत के बाद यह लड़ाई अब सड़कों पर आ गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके पहले उनके लखनऊ स्थित आवास के बाहर जमकर बवाल हुआ। लखीमपुर जाने से रोके जाने पर अखिलेश यादव धरने पर बैठ गए। इसी दौरान उनके घर के पास थाने के सामने एक पुलिस जीप में किसी ने आग लगा दी। देखते ही देखते कार धू-धू कर जल उठी। सपाइयों ने कहा कि थाने के सामने खड़ी पुलिस जीप में पुलिस ही आग लगा सकती है।
हिरासत में लिए जाने से पहले अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए लखीमपुर की घटना को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और डिप्टी सीएम केशव मौर्या के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों को दो-दो करोड़ रुपए का मुआवजा तुरंत दिया जाए। लखीमपुर की घटना की जांच सीबीआई से कराई जाए। अखिलेश ने कहा कि अंग्रेजों ने भी किसानों पर इतना जुल्म नहीं किया था
पुलिस की जीप जलाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उल्टे पुलिसवालों पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि थाने के सामने आग लगी है तो फिर पुलिसवालों ने ही लगाई होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म ढा रही है। यह साफ हो गया है कि इस सरकार में कोई भी मारा जा सकता है।
हिरासत में लिए जाने पर सपाइयों ने घेरी सड़क
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद सपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया। उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने पुलिस की उस गाड़ी को घेर लिया है जिसमें अखिलेश यादव को बिठाया गया है। पुलिस को अखिलेश यादव को इस भारी भीड़ के बीच से निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
लखीमपुर खीरी किसानों से मिलने निकली प्रियंका गांधी ने पूरी रात यूपी पुलिस की नींद उड़ा दी। आखिरकार सीतापुर पुलिस ने हरगांव में उन्हें सुबह 4 बजे हिरासत में ले लिया गया। वहीं सतीश चंद्र मिश्रा को भी लखनऊ आवास में नज़रबंद कर दिया गया है। उधर, रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का काफिला दिल्ली से लखीमपुर खीरी जाते हुए गढ़ टोल से निकला। सूचना मिलते ही गढ़ पुलिस भी दौड़ पड़ी।