लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Violence) के बाद से उत्तर प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। यहां के निघासन तहसील के तिकुनिया कस्बे में रविवार दोपहर उपद्रव हो गया, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में प्रदर्शनकारी चार किसान और भारतीय जनता पार्टी के चार समर्थक शामिल हैं।
वहीं लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के विरोध में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लखनऊ स्थित अपने आवास के बाहर धरने पर बैठे गए। इसके बाद वहां हाई वोल्टेज हंगामा शुरू हो गया। सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। प्रशासन ने भारी वाहनों को मार्ग के बीच में खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया है। सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी नेता घटनास्थल तक ना पहुंच पाए। इस बीच अखिलेश यादन को भी हिरासत में ले लिया गया है।
इस घटना के बाद प्रदेश में राजनीति गरमा गई है और विपक्ष ने इस मुद्दे योगी सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। तमाम बड़े और छोटे राजनीतिक दल सरकार पर हमला बोल रहे हैं और घटना स्थल पर पहुंचने के लिए आमादा हैं। वहीं सरकार भी विपक्ष के मंसूबों को नाकाम करने में जुट गई है।