अनिल गुप्ता ऊसराहर
ऊसराहार मे कोरोना के कहर के बाद अब डेंगू अपना कहर ढा रहा है ढेड दर्जन से भी अधिक लोग डेंगू की चपे मे है इलाज के नाम पर ऊसराहर के सरकारी अस्पताल मे मे डाक्टर नही है महीनो से सप्ताह में तीन दिन की तैनाती केवल कागजो पर चल रही है इसलिये मजबूरन मरीजो को प्रायवेट अस्पतालों मे पानी की तरह पैसा बहाना पड रहा है
लाकडाउन के दौरान ऊसराहार मे एक दर्जन लोगों की मौत कोरोना के चलते हो गई थी अभी परिवार वाले इससे उभर भी नही पाए थे कि अब डेंगू ने बुरी तरह अपने पैर पसार लिए है हर परिवार मे कोई ना कोई बीमार पढा है अचानक प्लेट्स कम होने पर सरकारी अस्पताल मे इलाज न मिलने पर प्रायवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड रहा है जंहा उन्हे अपने मरीज की जान बचाने के लिए पैसा पानी की तरह ही बहाना पड रहा है ऊसराहार निवासी लाखन सिंह यादव की अचानक प्लेटलेट्स कम हुई तो परिजनो ने जांच कराई तो डेंगू निकला परिजनो ने उन्हे आगरा मे भर्ती कराया है इसी तरह नंदू वर्मा पुत्र महेश वर्मा को भी डेंगू होने पर आगरा भर्ती कराया गया है ऊसराहार भरथना मार्ग पर सुरेश चंद्र शाक्य सर्वेश कुमारी पत्नी तेजसिंह शाक्य बिजय बैटरी वाले और उनकी पत्नी ब पुत्र तीनो ही बुखार से पीड़ित हैं इसी रोड पर सुरेश गुप्ता व बम्हनीपुर के मनीष तिवारी एंव चंदन तिवारी का इलाज भी प्रायवेट अस्पताल में चल रहा है विधूना मार्ग पर रहने वाले आबिद एंव उनके भाई आमिर को डेंगू होने पर आगरा से इलाज हो रहा है जबकि उनके चाचा टिंकू को भी डेंगू बताया गया है बीते दो दिन मे दो लोगो की मौत भी हो गई है इलाज के लिए सरकारी अस्पताल मे किस तरह फुटबाल बनाकर घुमाया जाता है इसकी बानगी भी उस समय देखने को मिली जब दो दिन पहले ही घनश्याम शर्मा के भाई देवेंद्र को बुखार आने पर सरसईनावर सीएचसी मे दिखाया तो वहा से जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जब जिला अस्पताल में भर्ती कराया तो उन्होंने सैफई रिम्स के लिए रेफर कर दिया इस रेफर के चक्कर मे मरीज की हालत और बिगड गई और आखिर मे सैफई मे मौत हो गई धर्मवीर शाक्य की पत्नी नीरज ने भी बीमारी से लडते लडते दम तोड दिया है
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डाक्टर उदय प्रताप सिंह ने बताया ऊसराहार मे मरीजो की जांच के लिए टीमे भेजी जा रही है ऊसराहार मे डाक्टर रश्मि यादव की सप्ताह मे तीन दिन तैनाती है वह अस्पताल नही पहुंच रही है इसकी जांच की जाएगी