Saturday , October 19 2024

सत्ता की सरपरस्ती के आगे पुलिस महकमा नतमस्तक

*#सत्ता की सरपरस्ती के आगे पुलिस महकमा नतमस्तक

*पीड़ित को नहीं मिल रहा न्याय*

हरदोई#मझिला थाना क्षेत्र के गांव निवासी पीडित पिता ने एसपी अजय कुमार को भेजे पत्र में बताया कि दिनांक 22 सितम्बर की रात 1बजे गांव के पड़ोसी युवक ने उसकी नाबालिग पुत्री के साथ दुष्कर्म की घटना का अंजाम दिया। और बताया कि मामले की शिकायत मझिला पुलिस से की। लेकिन उसकी तहरीर पर पुलिस ने कार्रवाही नहीं की। तब से पीडित न्याय के लिए भटक रहा है । और शुक्रवार को मझिला पुल के पास शाम लगभग 8 बजे आरोपी अशोक व अन्य साथियों के साथ रास्ते में रोक लिया और धमकी दी कि शिकायत करना बंद करो नही तो सामूहिक दुष्कर्म कर डालेंगे तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे इस लिए शांत रहे।प्रार्थी भयभीत व डरा हुआ है। और इधर उधर भटक रहा है। फिर पुनः शनिवार को पीडिता के पिता ने एसपी को भेजे पत्र में न्याय की गुहार लगायी है। और कहा है कि अगर मेरी फरियाद नही सुनी गई तो अनशन पर बैठ कर अपनी बिटिया के लिए न्याय नहीं मिल जाता तब तक पीछे नहीं हटेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इसी संबंध में समाचार पत्र के संवाददाता ने थाना प्रभारी से जानकारी ली तो बताया कि शिकायत कर्ता ने पूर्व में सोलर पैनल की चोरी कर ली है। इसी वजह से झूंठा आरोप लगा रहा है। तो वही पीड़ित पिता का कहना है कि मेरे परिवार या मुझ पर इसके पूर्व में किसी प्रकार का कोई शिकायत व मुकदमा दर्ज नही है। और जो जिसकी चोरी लगाई जा रही है।उसके भाई के पास है गांव के किसी भी व्यक्ति से जानकारी कर लें सबको इस बात की जानकारी है। और मेरा इस चीज से कोई लेना देना नही है। तथा मुझ पर झूंठा आरोप लगाए जा रहे है और सुलाह का दबाव बनाया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि अगर शिकायतकर्ता ने पैनल की चोरी की है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए जेल क्यों नहीं भेजा गया। और भ्रष्ट सिस्टम की वजह से आरोपी को बचाया जा रहा है। यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि कौन गलत और कौन सही है। तो वही दूसरी ओर जब मीडिया टीम ने गांव में इस घटना की सच्चाई की जानकारी की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई और स्थानीय निवासियों ने बताया कि घटना सही है। और रात को लड़की के साथ गलत हुआ है।हम सभी को जानकारी है कि रिपोर्ट दर्ज हो गई है। बड़े दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि पुलिस प्रशासन के जिम्मेदारों को इस घटना की जानकारी तक नहीं। और कई बार उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने के बाद भी स्थानीय पुलिस मौके पर नही पहुंची, और फोन पर ही जिला मुख्यालय के जिम्मेदारों को गुमराह कर फर्जी का हवाला दिया जा रहा है।बल्कि पूरे क्षेत्र में बच्चे से लेकर बुजुर्ग महिला को इस घटना के बारे में जानकारी है। लेकिन पुलिस पीड़िता के गांव इस प्रकरण में नही गई ।क्यों कि क्षेत्रीय विधायिका का जलवा कायम है ।और भाजपा के कई पदाधिकारी इस आरोपी को संरक्षण देते हुए , पुलिस प्रशासन पर अपना शिकंजा कसते नजर आ रहे हैं। फिर भला गरीब असहाय पीड़ित को न्याय कैसे मिलेगा ।