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हाथ पैर काटे और टांग दिया…. निहंगो ने की सिंधु बॉर्डर पर युवक की हत्या

सिंघु बॉर्डर में किसान आंदोलन के मंच के पास एक युवक की हत्या कर शव टांगे जाने के मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों पर आरोप लगाया है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने आरोप लगाया कि व्यक्ति की हत्या के पीछे निहंग सिखों का हाथ था। बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, ‘घटना के पीछे निहंग हैं। उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। निहंग शुरू से ही हमारे लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं।’ हालांकि, पुलिस ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि घटना के लिए कौन जिम्मेदार है।

यही नहीं सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें कुछ निहंग हत्या की बात स्वीकार करते दिख रहे हैं। उनका कहना है कि इस युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी की है और उसकी सजा के तौर पर हत्या की गई है। हालांकि इन वीडियोज की पुष्टि नहीं की जा सकती है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस की ओर से निहंगों को लेकर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन यह जरूर कहा है कि हम वायरल वीडियोज की जांच कर रहे हैं।

 

समाचार एजेंसी एएनआई ने डीएसपी हंसराज के हवाले से कहा, ‘जिम्मेदार कौन है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एक वायरल वीडियो पर जांच हो रही है, अफवाहें चलती रहेंगी।’ इस बीच, तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले 40 से अधिक किसान संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पूरी घटना से खुद को दूर कर लिया है। किसान संगठन ने कहा कि वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हरियाणा सरकार के साथ सहयोग करने को तैयार है।

 

 

एसकेएम ने घटना के लिए निहंगों को जिम्मेदार ठहराया। ‘निहंग’, जिन्हें अमर भी कहा जाता है, सशस्त्र सिख योद्धा हैं जिन्हें गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्र साहिबजादा फतेह सिंह जी के वंशज माना जाता है। शुक्रवार सुबह प्रदर्शन कर रहे किसानों के मुख्य मंच के पास एक व्यक्ति का शव मिला। उसका हाथ काट दिया गया और किसानों के विरोध स्थल पर एक बैरिकेड्स से लटका दिया गया।

सिंघू बॉर्डर पर मारे गए शख्स की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि लखबीर सिंह को हरनाम सिंह ने 6 साल की उम्र में गोद लिया था। उन्होंने बताया कि लखबीर सिंह मजदूरी का काम करता था और पंजाब के तरनतारन के गांव चीमा खुर्द का निवासी था।