यूपी के मुरादाबाद से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक दोस्त के मजाक ने दूसरे दोस्त की जान ले ली। बच्चे की मौत की खबर जब घर में पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
संभल जिले के असमोली थाना क्षेत्र के गांव मीरपुर मढ़न निवासी असलम(20) पाकबड़ा थाना क्षेत्र के लोधीपुर में स्थित फैक्ट्री इंद्रा इंटरनेशन एक्सपोर्ट फर्म में काम करता था। बताया गया कि उसके साथ गांव का ही साथी फरहान अली भी काम करता था। बुधवार शाम करीब छह बजे दोनों दोस्त फैक्ट्री में काम कर रहे थे। आरोप है कि उसी दौरान मजाक मजाक में फरहान ने हवा भरने वाले कंप्रेशर का पाइप असलम के गुप्तांग में पीछे से लगा दिया। कुछ सेकेंड में ही असलम का पेट फूल गया और उसकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में गंभीर हालत में उसे दिल्ली रोड मझोला स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पाकबड़ा पुलिस ने गुरुवार को पोस्टमार्टम कराके शव परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में एसएचओ पाकबड़ा योगेंद्र कृष्ण यादव ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी फरहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है। एसएचओ पाकबड़ा योगेंद्र कृष्ण यादव ने बताया कि इस मामले में असलम के पिता राहत अली की तहरीर पर आरोपी फरहान के खिलाफ गैरइरादत हत्या का केस दर्ज किया गया। शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया गया। बकौल पुलिस आरोपी ने पूछताछ में कहा कि वह केवल मजाक कर रहा था। असलम के शरीर में हवा कैसे भर गई इसका उसे पता तक नहीं चला था।
छह माह पूर्व ही हुई थी माता-पिता के इकलौते बेटे असलम की शादी
दोस्त के जानलेवा मजाक का शिकार हुआ असलम पिता राहत अली और मां फर्जाना का इकलौता बेटा था। उसकी दो बहनों फरीन और फिरदौस हैं। इकलौता बेटा होने के कारण ही मात्र बीस साल की उम्र में 16 मार्च 2021 को परिवार वालों ने असलम का निकाह हिना से किया था। इस तरह असमय असलम की मौत के बाद से पत्नी हिना और मां फर्जाना बेसुध हैं। पिता और बहनों समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव मीरपुर मढन पहुंचा तो कोहराम मच गया। ढांढस बंधाने वालों के भी आंखों से आंसूओं की धार निकल पड़ी।