सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर भले ही अंदर अंदर बीजेपी में जाने का पूरा मन बना चुके हों. लेकिन फेस सेविंग की वजह से अभी तक वो वजह नहीं तलाश पाए जिसे बताकर एंट्री करें. यही वजह है कि उनकी बयानबाजी लगातार जारी है. एबीपी गंगा ने ओपी राजभर से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी किसी दल से बात नहीं हुई.
ओपी राजभर ने कहा कि कल कुछ दल के नेताओं से मुलाकात करेंगे. सूत्रों की माने तो केंद्रीय मंत्री व यूपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी दी गयी है ओपी राजभर को साथ लाने की.
अब वो चीज खत्म हो रही, अब पार्टियों के लीडर हो गए. पहले लीडर जो वोट दिलाने वाले थे एक तरह से अब दगे कारतूस हैं. उन्होंने दावा किया कि बगैर ओपी राजभर के उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं बननी. जिसके साथ उनका मोर्चा, ओपी राजभर जाएंगे उसी की सरकार बनेगी.
पिछले दिनों जब ओपी राजभर ने कहा था कि बीजेपी के लिये भी दरवाजे खुले हैं तो मंत्री अनिल राजभर ने उन पर निशाना साधा था. इसे लेक़र बिना मंत्री का नाम लिए ओपी राजभर ने कहा कि 27 को मालूम हो जाएगा कि वो कहां चले गए. पूर्वांचल ही नहीं पूरे यूपी में ऐसे लोग जमानत बचा लें.