गोरखपुर।
नन्हीं अंशिका की एक छोटी सी पहल ने बड़ा कमाल किया है। रेलवे के बाद अब जिला प्रशासन उसे ब्रांड एम्बेसडर बनाने जा रहा है। डीएम विजय किरन आनंद ने सीएमओ को निर्देश दिया है अंशिका को कोविड से बचाच के लिए जागरूकता कार्यक्रम में ब्रांड एम्बेसडर बनाएं और उसकी पहल को जनता के सामने लाकर मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें।
डीएम ने बताया कि अंशिका ने जो किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता। मास्क सिर्फ एक व्यक्ति के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है। मास्क से कइयों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। डीएम ने कहा कि अंशिका की यह पहल हजारों लोगों के बीच पहुंची ही है लेकिन अब यह हमारा यह दायित्व है कि उसकी पहल को हम भी अपने कार्यक्रमों के माध्यमों से जन-जन तक पहुंचाएं और लोगों को मास्क लगाने समेत अन्य प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए जागरूक करें।
इसके पहले रेलवे में अंशिका की पहल को आरपीएफ ने इसे अपने जागरूकता अभियान में स्लोगन बना लिया है। आरपीएफ के जवान अंशिका पर छपी खबर का पैंफलेट बनवाकर ट्रेन में यात्रा कर रहे ऐसे यात्रियों को बांट रहे हैं जो बिना मास्क लगाए यात्रा कर रहे हैं। आरपीएफ जवान यात्रियों से कह रहे हैं…महोदय अंशिका से सीखिए और मास्क लगाइए।
अंशिका ने स्टेशन पर अपने ही पिता का बिना मास्क में कराया था चालान
बीते 12 अक्तूबर को गोरखपुर स्टेशन पर 13 साल की अंशिका ने पिता के मास्क न पहनने पर टीटीई से कहकर उनका चालान करा दिया था।। रेलवे खबर को गुरुवार से गोरखपुर, चारबाग (लखनऊ) स्टेशन के प्लेटफार्मों पर लगे इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड पर प्रचारित करा रहा है। स्टेशन निदेशक का कहना है कि इससे कुछ हद तक लोगों में मास्क को लेकर जागरूकता आएगी।
बोले डीएम
हम अंशिका की पहल का सराहना करते हैं। कोविड जागरूकता को लेकर उसने जो किया है उससे हम अंशिका को कोविड जागरूकता के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाने जा रहे हैं। इस सम्बंध में सीएमओ को निर्देश दे दिया है। जल्द ही अभियान की रूपरेखा तैयार हो जाएगी।
– विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी
कायस्थ संजय भैया माधव संदेश संवाददाता गोरखपुर