कृत्रिम पैर की वजह से सुधा चंद्रन को एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों ने रोका, अभिनेत्री ने पीएम मोदी से की अपील
दरअसल एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मी संपूर्ण जांच के बाद ही किसी व्यक्ति को आगे जाने का मौका मिलता है। ऐसे में जब भी सुधा हवाई यात्रा करती हैं तो उन्हें एयरपोर्ट पर दिक्कत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि चेन इन के दौरान सुरक्षाकर्मी उनके आर्टिफिशियल लिंब को उतारने और उसे चेक करने के लिए कहते हैं जो काफी परेशानी भरा होता है ।
सुधा चंद्रन एक सड़क हादसे का शिकार हो गईं थी जिसमें उनका पैर कट गया था। इसके बाद वो ऑर्टिफिशियल लिंब के सहारे चलती हैं। उन्होंने वीडियो में कहा कि सड़क दुर्घटना में पैर गंवाने के बाद भी उनका विश्वास बरकरार रहा और उन्होंने अभिनय के साथ साथ डांस के जरिए भी लोगों की वाहवाही लूटी। हालांकि सुरक्षा जांच के दौरान जब उनसे आर्टिफिशियल लिंब हटाने के लिए कहा गया है तो ये उनके लिए बहुत दिक्कत की बात थी।
सुधा ने कहा कि आर्टिफिशियल लिंब को खोलने की प्रक्रिया काफी कष्टदायी होती है और हवाई अड्डे के अधिकारियों से हर बार ईटीडी( विस्फोटक ट्रेस डिक्टेटर) उपयोग करने के लिए भी कहा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘मैं यहां जो बात कहने जा रही हूं वो बेहद ही व्यक्तिगत नोट है। मैं अपनी ये बात पीएम मोदी जी से कहना चाहती हूं, मेरी ये अपील राज्य और केंद्र सरकार दोनों से है।
उन्होंने कहा कि, ‘जब भी मैं हवाई यात्रा करती हूं तो मुझे एयरपोर्ट पर रोक दिया जाता है। जब भी मैं सीआईएसफएफ अधिकारियों से अनुरोध करती हूं कि कृपया मेरे कृत्रिम अंग के लिए ईटीडी कर लें तब भी वह चाहते हैं कि मैं अपने कृत्रिम अंग को हटा दूं और उन्हें ये दिखाऊं। क्या ये मानवीय रूप से संभव है मोदी जी? क्या यही हमारा देश है? क्या यही वो सम्मान है जो एक महिला दूसरी महिला को देती है?
चंद्रन ने आगे कहा कि, ‘मोदी जी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि कृपया वरिष्ठ नागरिकों को क कार्ड दें जिसमें लिखा हो कि वह वरिष्ठ नागरिक हैं’। उन्हें हर बार हवाई अड्डे की सुरक्षा से गुजरना अच्छा नहीं लगता है और उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत कार्रवाई का अनुरोध किया है।
संजय कुमार की रिपोर्ट