गनेशपुर/रामनगर
माधव संदेश:-रामनगर तहसील के अंतर्गत गनेशपुर बहरामघाट में बीती रात समाज सेवक रामजी गुप्ता का हार्ड अटैक से देहांत हो गया है।जिससे बहरामघाट के गनेशपुर में शोक की लहर दौड़ गई।रामजी गुप्ता गनेशपुर की ऐतिहासिक रामलीला के सक्रिय सदस्य थे।उनकी देख रेख में रामलीला की प्रकाश की पूरी व्यवस्था थी।15 दिवसीय पूरी रामलीला समाप्त करने के बात करीब रात्रि 3 बजे हृदय में दर्द हुआ घर वाले रात्रि में ज्वाला डॉक्टर को दिखाए लेकिन आराम नही मिला अंततः भगवान श्री राम ने उनको बैकुंठ बुला लिया।हृदय गति रुक गई तुरंत ही मौत हो गई।रामजी गुप्ता बड़े सरल स्वभाव के थे वह सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे।समाज के गरीब परिवार में अगर लड़की की शादी है तो पूरी रात्रि मेहनत लगन से बिना भोजन किये कार्य करते और जो मदद होती हर सम्भव करते।समाज मे रामजी गुप्ता का जैसा नाम था वैसा ही काम था।रामनगर तहसील में ऐसा कोई हो जो उन्हें जानता न हो।पूरे बहरामघाट में उनका नाम उनकी चर्चा होती थी वह राजनीति से तो हमेशा दूर ही रहा करते थे।केवल सामाजिक कार्य धार्मिक कार्यों में ही उनका मन लगता था।इस लिए लोग उन्हें राम गुप्ता से रामजी गुप्ता कहने लगे।आज जब उनका देहांत हुवा तो सैकड़ों की संख्या में उनके घर पर लोग देखने पहुँचे।उनका शव घाघरा नदी की किनारे रेतिया बांध के पास उनके भाई शिवरामजी गुप्ता,बलरामजी गुप्ता, घनश्याम जी गुप्ता उनके चाचा रामकुमार गुप्ता उनके बेटे अमित गुप्ता क्रिया करके चिता को अग्नि दी।सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहुचकर मिट्टी दी।
*रिपोर्ट:-कृष्ण कुमार शुक्ल*