बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएंगे. चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने रविवार को बदरीनाथ में बैठक के दौरान प्रस्तवित कार्यों की समीक्षा की.
बदरीनाथ धाम में पहले चरण के तहत शेषनेत्र एवं बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, नदी के किनारे विकास, वनवे लूप रोड निर्माण, अस्पताल का विस्तारीकरण तथा बहुउद्देश्यीय आगन्तुक भवन आदि निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जबकि दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास विकास कार्य तथा तीसरे चरण में झील से मंदिर तक आस्था पथ एवं अन्य कार्य किए जाने हैं.
लेकिन निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद दूर-दूर तक नहीं दिख रही है। अन्य बड़े प्रोजेक्ट की तरह ही 51 किलोमीटर लंबा रिंग रोड प्रोजेक्ट भी बजट के फेर में फंसा है। जाम शहर की एक बड़ी समस्या है। इससे निजात पाने के लिए तमाम प्रयास भी नाकाफी साबित हुए। 22 अप्रैल 2017 को भाजपा की सरकार में तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हल्द्वानी को रिंग रोड के रूप में बड़ी सौगात देने का ऐलान किया।
मास्टर प्लान के तहत आगामी 100 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य कराए जाएंगे. इसी आधार पर बुनियादी व यात्रियों की सुविधाओं के लिए आवश्यक इंतजाम किए जाने हैं. कुल 85 हेक्टेयर जमीन में चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जाएंगे.