पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से जारी हिंसा के बाद इमरान सरकार ने अपने हथियार डाल दिए हैं। जानकारी के मुताबिक इमरान खान की पार्टी वाली सरकार कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान(टीएलपी) सामने झुक गई है और दोनों के बीच हिंसा रोकने के लिए एक ‘सीक्रेट डील’ भी हुई है।
पिछले दिनों फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून क्लास में दिखाए जाने को अभिव्यक्ति की आजादी बताया था। यहीं से बवाल शुरू हुआ।
इस मांग के समर्थन में अप्रैल में पाकिस्तान में उग्र प्रदर्शन हुआ और हिंसा भड़क गई। इसके बाद पाकिस्तानी पुलिस ने टीएलपी प्रमुख साद रिजवी के साथ कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था।
टीएलपी प्रमुख साद रिजवी को हिरासत में लिए जाने के बाद टीएलपी समर्थकों ने पाकिस्तान में प्रदर्शन शुरू कर दिया। बीते दिन दिनों से जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। भले ही इमरान सरकार ने 860 टीएलपी कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया हो, लेकिन पाकिस्तान में फिलहाल प्रदर्शन खत्म होने की संभावना नहीं है।