मथुरा शेरगढ़ अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है शेरगढ़ पुलिस
जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने की बात कही जाती है वहीं थाना शेरगढ़ पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है हम आपको बता दें कि 2 दिन पहले थाना शेरगढ़ के कस्बा शेरगढ़ में वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला किया गया और उसके गले से सोने की चैन को लूट लिया गया लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया बल्कि शांति भंग के आरोप में दोनों तरफ से दो दो व्यक्तियों को बंद कर दिया गया और थाना इंचार्ज मुकेश कुमार मलिक द्वारा दोनों पक्षों से कह दिया गया कि आप दोनों बैठ कर इस मामले को सुलझा लो और आपकी सोने की चैन में दे दूंगा अब भला ऐसा कौन सा अधिकारी है कि जो अपराधियों पर अंकुश लगाने की वजह है घटना में लूटी गई चेन को खुद दे रहे हैं यह अधिकारी है हम आपको बता दें कि गांव जंघावली के रहने वाले सत्तार नाम के व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि शेरगढ़ कस्बे में वर्तमान प्रधान ने फर्जी तरीके से प्रधान पद की दावेदारी की है जिसकी जांच करने के लिए एडीओ प्रेम सिंह सेकेट्री आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की जा रही थी तभी बैठक में कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा वहां पर लड़ाई झगड़ा कर दिया गया और प्रधान प्रतिनिधि नीरज की चैन को भी लूट लिया गया इस घटना को देखते हुए वहां पर मौजूद कर्मचारी अपने रास्ते चले गए उसके बाद इतना ही नहीं पीड़ित पक्ष को भी थाने में बैठा लिया गया जब एक समाज का प्रत्येक व्यक्ति भी ऐसे गुंडों का शिकार हो जाएगा तो आखिर आम जनता क्या करेगी इस बात से पूरे क्षेत्र में पुलिस प्रशासन के इस रवैये की घोर निंदा की जा रही है और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए है।
रिपोर्ट /- प्रताप सिंह