जसवंतनगर/इटावा। निलोई के राशन डीलर की तमाम शिकायतों पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार को निर्देशित कर राशन कोटा सीज करा दिया।
बताया गया है कि राशन डीलर संगूरी देवी के परिवार में 20 साल से अधिक समय से राशन कोटा चला आ रहा है। कभी पति तो कभी ससुर अब खुद उसके नाम से संचालित हो रहा है। संगूरी देवी का नाम सिर्फ कागजों में चल रहा है उसका पति सारा कामकाज देखता है पहले वह खुद भी राशन डीलर रह चुका है। तमाम शिकायतों के आधार पर ही उसे भी बर्खास्त किया गया था। अंगूरी देवी के ससुर के नाम भी कई वर्षों तक राशन कोटा रहा था उन पर भी राशन की करीब डेढ़ सौ बोरी गबन का मामला थाना कोतवाली जसवंतनगर में दर्ज हुआ था जिसके बाद ही अंगूरी देवी के नाम राशन डीलर का चयन दर्शाया गया। तब से लेकर अब तक गांव की जनता इस राशन डीलर परिवार से परेशान है। राशन डीलर का पति अब भी उपभोक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए घटतौली करता है। आए दिन इसकी तमाम शिकायतें होती रहती हैं। किंतु आपूर्ति विभाग में सांठगांठ के चलते अक्सर जांच कागजों में ही निस्तारित दर्शा दी जाती हैं।
तेजतर्रार एसडीएम नम्रता सिंह के पास इस राशन डीलर की तमाम शिकायतें पहुंची तो उन्होंने नायब तहसीलदार अविनाश चौधरी को एक टीम के साथ पहुंच कर जांच करने के निर्देश दिए। नायब तहसीलदार ने उपभोक्ताओं को राशन वितरित होने वाले राशन की तौल कराई तो वह निर्धारित मात्रा से काफी कम निकला। इस पर उन्होंने एसडीएम को अवगत कराया तो एसडीएम नम्रता सिंह ने तुरंत ही उस राशन दुकान को सीज करने के आदेश दिए और नायब तहसीलदार ने उस राशन कोटे को सीज कर दिया। अब देखना यह है क्या इस बार भी यह राशन डीलर परिवार अपने बचाव में कामयाब होता है! क्या इसकी सांठगांठ अधिकारियों पर भारी पड़ेगी!