क्रिप्टोकरेंसी का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत में भी इसमें निवेश करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही, जिस वजह से अब मोदी सरकार इसे गंभीरता से ले रही है।
अब दो दिन बाद सोमवार को इस पर फिर से पीएम बैठक करेंगे। जिसमें रिजर्व बैंक, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी शामिल रहेंगे। सरकार पहले ही इस मुद्दे पर दुनियाभर के विशेषज्ञों से परामर्श कर चुकी है।
क्रिप्टो बाजार अनियंत्रित है। साथ ही इसका पूरा हिसाब भी सरकार के पास नहीं रहता, जिस वजह से चिताएं बढ़ गई हैं। भारत में भी बहुत से डिजिटल प्लेटफॉर्म हैं, जहां पर क्रिप्टो को आसानी से खरीदा और बेचा जा रहा है। इसके मुनाफे पर टैक्स भी नहीं लग रहा।
क्रिप्टो करेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी है, जो आपके डिजिटल वॉलेट में रहती है। आम रुपये की तरह आप इसे नोट या सिक्के के रूप में नहीं रख सकते हैं। ये पूरी तरह से ऑनलाइन है।टेरर फंडिंड, काला धन और फिरौती में भी इसका काफी इस्तेमाल हो रहा है।