शिक्षकों ने किसानों को समझाया पराली प्रबंधन
इटावा। शिक्षक समाज व राष्ट्र का निर्माता है यह हम सभी जानते हैं समय-समय पर शिक्षा के साथ जागरूकता का कार्य भी शिक्षक करते ही रहते हैं इसी क्रम में आज संविलियन विद्यालय विचारपुरा बढ़पुरा इटावा में विद्यालय के शिक्षकों ने आज स्वयं गांव के खेतों में जाकर धान काट रहे ग्रामीणों को पराली अवशेष के उचित प्रबंधन की विस्तार से जानकारी दी व ग्रामीणों को इसके द्वारा होने वाले नुकसान के बारे में बताया । शिक्षकों की टोली का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला मंत्री व ब्लॉक स्काउट मास्टर डॉ पीयूष दीक्षित ने ग्रामीणों से कहा कि, खेतों में पड़ी इस पराली को खुले में बिल्कुल भी नहीं जलाना है क्योंकि इससे उतपन्न होने वाले धुंए से हवा दूषित हो जाती है व विभिन्न वायु जनित बीमारियों का कारण भी बन जाती है अतः हमें पराली को खुले में ना जला कर उसे किसी न किसी रूप में अपने किसी कार्य में लेकर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना है। आज इस जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय परिवार की प्रधानाध्यापिका श्रीमती शकीला बानो व सहायक अध्यापिका श्रीमती सोनी कुमारी, मीना कुमारी, सरिता यादव, प्रीति दीक्षित व प्रधान प्रतिनिधि सत्यवीर यादव प्रमुख रूप से साथ में रहे l
स्थानीय ग्रामीण किरन देवी ने बताया कि, हम ग्रामीण अपने खेतों में बिल्कुल भी पराली नही जला रहे है बल्कि इसे गोबर में मिलाकर कण्डे बना लेते है व कुछ गरीब किसान इसे बिस्तर बनाकर बिछाते है व गाय भैंसों को चारे में मिलाकर खिला देते है। अन्य बची पराली को खेतों में ही मिट्टी के साथ जोत दिया जाता है।