औरैया,ग्राम निधि के खाते से सचिव द्वारा 75 हजार रुपए निकाले जाने की डीएम से शिकायत
ए, के, सिंह संवाददाता
औरैया। सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों के नाम पर काफी धनराशि खर्च कर रही है। मगर उसके ही अधीनस्थ कर्मचारी सरकारी योजनाओं को अपनी जेब भरने का साधन बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत एमासेगनपुर का देखने को मिला। जिसमें सचिव द्वारा प्रधान को बिना बताए ग्राम निधि के खाते से 75500 रुपये निकाल लिए और प्रधान को धमकी दी कि यदि वह उसके द्वारा निकाले गए पैसे के बाउचरों पर हस्ताक्षर नहीं करेगा तब तक उसके द्वारा कराए गए किसी भी कार्य का भुगतान नहीं किया जाएगा। प्रधान ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
ग्राम एमा सेगनपुर के प्रधान इरफान खान ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसके ग्राम पंचायत के सचिव दिव्या दुबे हैं उनके द्वारा गत दिनों पंचायत निधि के खाते से पहली बार में 15500 दूसरी बार में 20000 तथा तीसरी बार में 40000 रुपये की धनराशि निकाल ली। इस प्रकार कुल 75500 रुपये की धनराशि का सचिव द्वारा गबन किया गया है। प्रधान द्वारा जानकारी दी गई कि जब उसने सचिव से निकाले गए रुपयों का हिसाब किताब मांगा तो सचिव द्वारा उसे धमकी दी गई कि यदि वह उसके बाउचरों पर हस्ताक्षर नहीं करेगा तो उसके द्वारा कराए गए किसी भी कार्य का भुगतान उसके द्वारा नहीं किया जाएगा। पीड़ित प्रधान ने बताया कि सचिव अपने कुछ साथियों के साथ आई और उसे धमकाया भी। जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में प्रधान इरफान द्वारा यह भी बताया गया कि सचिव ने उसे जान माल की भी धमकी दी है। प्रधान ने कहा कि उसके द्वारा कराए गए विकास कार्यों का भुगतान अभी होना बाकी है जबकि भुगतान किए जाने वाला डोंगल सचिव के पास ही है। पीड़ित प्रधान ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बब्बन प्रसाद का कहना है कि प्रधान द्वारा उन्हें शिकायती पत्र दिया गया है। बताया प्रधान एवं सचिव के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल। रहा है। जिसकी उन्हें जानकारी है उन्होंने बताया कि कितनी धनराशि का मामला है यह उनके संज्ञान में नहीं है। बताया कि मामले की जांच करा कर दोषी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।