पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की बात करें तो ऐसा लग रहा है फिलहाल पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने आ गई है. भारत और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाकिस्तान ने आनन फानन में अपनी गलती सुधार ली है. मंदिर में अब चमचमाती नई मूर्ति लगा दी गई है.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर हिंदू मंदिर को निशाना बनाए जाने को लेकर इमरान सरकार पर भारी दबाव बनाया गया. जिसका नतीजा ये हुआ कि एक हफ्ते के अंदर मंदिर को दोबारा तैयार करके हिंदू समुदाय को सौंप दिया गया.
उन्होंने कहा कि इलाके के हिंदू समुदाय ने पुलिस को संभावित हमले की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. असामाजिक तत्वों ने मंदिर में प्रवेश किया और ना केवल तोड़फोड़ की, बल्कि सोने और अन्य कीमती सामानों को भी लूट लिया और फिर आग लगा दी.