ब्रिटेन में एक नए वैज्ञानिक विश्लेषण में चेतावनी दी गई है कि यदि लोगों के सामाजिक रूप से एकत्र होने पर रोक नहीं लगाई गई तो देश अगले साल जनवरी से कोरोना वायरस के नए स्वरूप से उत्पन्न संक्रमण की ‘बड़ी लहर’ का सामना कर सकता है.
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के विश्लेषण में कहा गया है कि जिस दर से वर्तमान में इंग्लैंड में संक्रमण बढ़ रहा है, उसका नतीजा अंततः अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि के रूप में निकलेगा.
नया वैज्ञानिक विश्लेषण ऐसे समय आया है जब ब्रिटेन में ओमिक्रोन से जुड़े 448 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप से जुड़े मामलों की कुल संख्या 1,265 हो गई है.
अध्ययन से संकेत मिलता है कि ओमिक्रॉन से जुड़े मामलों की संख्या डेल्टा स्वरूप से जुड़े मामलों से आगे निकल सकती है. देश में अभी डेल्टा स्वरूप से जुड़े मामलों की अधिकता है.
यूकेएसएचए मुख्य चिकित्सा सलाकार डॉ सुसान होपकिंस ने कहा, ”यह प्रमाण बढ़ता जा रहा है कि ओमीक्रोन अत्यधिक संक्रामक है. हम संक्रमण की चेन तोड़ने और नए स्वरूप के प्रसार को रोकने के लिए हर चीज करेंगे.