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इटावा जसवंत नगर आसमान से गिरे खजूर में अटके” न पा द्वारा कहावत हो रही चरितार्थ*

*”आसमान से गिरे खजूर में अटके” न पा द्वारा कहावत हो रही चरितार्थ*

जसवंतनगर/इटावा। “आसमान से गिरे खजूर में अटके” यह कहावत तो आप लोगों ने बहुत बार सुनी लेकिन यह कहावत यहां नगर के बड़े चौराहे पर चरितार्थ होती दिखाई दे रही है।
हमारी टीम द्वारा चार दिन पहले प्रकाशित की गई खबर को संज्ञान लेते हुए नगर पालिका परिषद द्वारा फूटी हुई पाइपलाइन सही करने के लिए खोदे गए गड्ढे को देखकर आसपास के लोग यही कह रहे हैं। नगर पालिका परिषद के कार्यालय से मात्र 50 मीटर दूर स्थित बड़े चौराहे पर करीब 20 दिनों से पानी की सप्लाई देने वाली पाइप लाइन लीक होने के कारण प्रतिदिन लाखों लीटर पेयजल की बर्बादी हो रही थी जिसकी खबर हमने प्रमुखता से प्रकाशित की थी जिसे संज्ञान लेते हुए आनन-फानन में ही नगरपालिका प्रशाशन ने जेसीबी मंगवा कर पाइपलाइन सही कराने के लिए खुदाई शुरू करा दी थी। करीब 10 फीट गहरा गड्ढा खोदकर फूटी हुई पाइपलाइन को जोड़ने का काम शुरू किया गया था जिसे देखकर यह लग रहा था कि यह काम एक ही दिन में हो जाएगा और नगर वासियों को ज्यादा असुविधा नहीं होगी। यह काम पांचवें दिन भी पूरा ना होने से नगर वासी पेयजल के लिए परेशान हैं। उन्हें अपनी रोजमर्रा की जरूरत के लिए पानी लाने को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर सड़क पर यूं ही खोद कर छोड़ दिए गए गड्ढे में पानी भरे होने के कारण यह दुर्घटना को भी आमंत्रण दे रहा है।
नगर का यह चौराहा सारे दिन बहुत ही व्यस्त रहता है। यहां हर समय पैदल चलने वाले लोगों व दुपहिया वाहनों और चार पहिया वाहनों का आना-जाना लगा ही रहता है। पाइपलाइन को ठीक करने के लिए खोदे गए गड्ढे को प्रतिदिन यूं खुला छोड़ देने से इसमें कोई भी व्यक्ति या वाहन गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। सुबह-सुबह छोटे-छोटे बच्चे भी अपने स्कूल जाने के लिए इसी चौराहे से गुजरते हैं उनके साथ भी कोई हादसा होने की संभावना बनी रहती है। वहीं नगर पालिका द्वारा इस गड्ढे को चारों तरफ से सेफ्टी रिबन से कवर नहीं किया गया और न ही सुरक्षा हेतु अन्य कोई उपाय किया गये हैं। नगरपालिका की इस कार्यशैली से स्थानीय निवासियों में काफी रोष है। नगर पालिका परिषद से जल्द ही इस समस्या के निदान की मांग की गई है।