भारत और बांग्लादेश को अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को एकीकृत करने में सक्षम बनाने वाली ‘भारत-बांग्लादेश मित्रता पाइपलाइन परियोजना’ (आईबीएफपीपी) पर तेज रफ्तार से काम चल रहा है।
346 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर साल 2018 में दोनों देशों ने दस्तखत किए थे। बता दें कि आईबीएफपीपी के जरिए असम की नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) से ईंधन को सिलिगुड़ी मार्केटिंग टर्मिनल के रास्ते से बांग्लादेश पहुंचाया जाएगा। दोनों पक्ष एक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते के लिए भी बातचीत कर रहे हैं।
श्रृंगला ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार में लगातार बढ़ोतरी हुई है। साल 2020 में इसमें साल दर साल बढ़त 14 फीसदी थी, जो कि काफी उत्साहजनक आंकड़े हैं।
उधर बांग्लादेश के दौरे पर गए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना और विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमिन के साथ अलग-अलग बैठके की थीं.