वनटांगिया समुदाय के लोगों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहचान दिलाई है। अब उनके जीवन में एक और अविस्मरणीय पल आने जा रहा है, जिसकी उन्होंने कल्पना तक नहीं की थी।
साखू के जंगल लगाने वाले वनटांगियां समुदाय के लोगों का नाम पता कहीं राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं था। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर उन्हें उनका अधिकार दिलाया। वनटांगिया बस्तियों में शहर जैसी सुविधाओं की सौगात दी।
इसके लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री की देन है कि उन्हें उनकी पहचान दिलाई और आज वह एक सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में सीधे शामिल होना किसी गौरव से कम नहीं है। बता दें स्वाधीनता दिवस पर लालकिले पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से 10 लोगों का चयन किया गया।