औरैया,गुरुद्वारा में धूमधाम से मनाई गई गुरु गोविंद सिंह की जयंती
3 दिन से भजन कीर्तन के साथ हुए विभिन्न कार्यक्रम* *समापन पर हुआ लंगर का आयोजन
*औरैया।* गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर रविवार को औरैया के मोहाल महावीर गंज में स्थित सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई गई। वहीं गुरुद्वारे में मत्था टेक लोगों ने गुरु का आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही विशाल लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालु भक्तजनों ने प्रसाद छका। 3 दिनों से गुरुद्वारा में भजन कीर्तन भी चलता रहा।
गुरु गोविंद सिंह की जयंती के अवसर पर रविवार को महावीर गंज स्थित गुरुद्वारा में जहां 3 दिन से संगत के आने के बाद भजन कीर्तन का आयोजन किया गया था। वही समापन के साथ लंगर का आयोजन किया गया। 7 जनवरी 2022 से अखंड पाठ का शुभारंभ हुआ जो 9 जनवरी रविवार को संपन्न हो गया। इसके बाद गुरुद्वारा में विशाल लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें नगर के सभी समुदाय के लोगों ने लंगर छका। इसके साथ ही गुरुद्वारा में मत्था टेक कर देश की अमन-चैन के लिए दुआएं मांगी। कोरोना की तीसरी लहर की आहट को देखते हुए कार्यक्रम के आयोजन को सीमित किया गया। कवि दरबार में बच्चों ने बड़ी शिद्दत से कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बाद में बच्चों को इनाम भी वितरित किया गया। कीर्तन दरबार में गुरचरण सिंह , रागी, प्रदीप सिंह व भूपिंदर सिंह ने गुरु वाणी का गायन कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सरदार हरविंदर सिंह ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने देश वासियों को बचाने के लिए अपनी व अपने बच्चों एवं माता-पिता की सहादत भी देश हित में दी। गुरुजी ने मुगलों की ज्यादती को रोकने के लिए सभी धर्म के 40 लोगों को शिष्य बनाया, वही आगे चलकर शिक्ख कहलाए। भारत में सभी धर्मों के लोग मुगलों की जुल्म से आहत थे। ऐसे में गुरु गोविंद सिंह के शिष्य बन कर मुगलों से लोहा लेते रहे। वह देश के लिए कुर्बानियां देते रहे। आगे उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह का मत था कि “भय काहू को देत नाहि” नाहि भय मानत तुम्हार”,,, कार्यक्रम में शिरकत करने वालों व सेवा में सहयोग करने वालों का कमेटी ने हार्दिक आभार प्रकट किया। जिसमें प्रमुख रुप से सव्जवीर सिंह उर्फ चंपी, हरमिंदर सिंह, किट्टू , हनी, गोल्डी, सोनू , बलवीर सिंह, अमरजीत सिंह, मंगी बाबू , बवली बाबू , चांदी बाबू , गुरमीत सिंह , राजू सिंह व हरजीत सिंह आदि लोग शामिल रहे।
रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद