गोरखपुर जिले के गुलरिहा इलाके के सियारामपुर गांव के टोला नंदापार के पूरब स्थित दुर्गा मंदिर के पीछे नवजात बच्ची मिली। कड़ाके की ठंड में बच्ची को नार सहित कोई छोड़ गया था।उसके रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण उस ओर गए तो नवजात को देख हतप्रभ रह गए।
दुर्गा मंदिर के पास राजकुमार व सत्यव्रत टहलने गए थे। इन्हीं लोगों ने मंदिर के पीछे बच्ची के रोने की आवाज सुनी। पास जाकर देखा तो बच्ची के शरीर पर कपड़े नहीं थे। दोनों युवकों ने उसे कपड़ा ओढ़ाकर ग्रामीणों को सूचित किया। उन्होेंने बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई है। उनके दो लड़के ही हैं, बड़ा बेटा आर्यन (10) और अंश (7)। गीता की इच्छा है कि उनके पास बेटी नहीं है, इस वजह से उन्हें दे दिया जाए। पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्ची को गोद लेने की बात कही और फिर इलाज को लेकर चली गई।
पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाते हुए बिन ब्याही मां और उसकी मां को आरोपित बनाया है। इस मामले में जांच चल रही है। उन दोनों का जेल जाना तय है। साथ ही उससे के साथ अनैतिक संबंध बनाने वाला युवक भी आरोपित बनेगा।
गुलरिहा इंस्पेक्टर अमित दुबे ने कहा कि बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया जाएगा। बच्ची किसकी है, किसने फेंका, इसकी भी जांच की जा रही है।