इटावा *कोविड टीकाकरण में अहम जिम्मेदारी निभा रहीं एएनएम उपदेश*
*ग्रामीणों को टीकाकरण के प्रति कर रहीं जागरूक*
*शत प्रतिशत भागीदारी से निभायी टीकाकरण की जिम्मेदारी*
*इटावा* अपने-अपने कार्य क्षेत्र में सभी कार्य करते हैं लेकिन कुछ लोग अपनी उत्कृष्ट कार्य शैली से अलग ही पहचान बनाते हैं।ऐसी ही पहचान बनायी है जनपद की एएनएम उपदेश ने।उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाकर स्वास्थ्य विभाग में अपनी अलग पहचान बना ली है।जनपद में कोविड टीकाकरण अभियान रफ्तार पकड़ चुका है और सभी स्वास्थ्यकर्मी उत्तम कार्य कर रहे हैं जिसमें एएनएम उपदेश का भी विशेष योगदान है।उपदेश की कार्यशैली से प्रेरणा लेकर लोग शत-प्रतिशत योगदान प्रदान करें। *यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.भगवान दास का।*
महेवा सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक डॉ.गौरव त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2007 से पिछले माह तक एएनएम उपदेश द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं महेवा सीएचसी और ग्रामीण क्षेत्रों में दी गई,उनका कार्य उत्कृष्ट रहा है।उनका विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण करवाने के लिए ग्रामीणों के साथ जिस तरह से समन्वय स्थापित किया गया वह तारीफ के काबिल है।उन्होंने बताया कि उपदेश के समझाने पर कई गांव में लोगों ने टीकाकरण कराया और महेवा ब्लाक के शेरपुर,नसीदीपुर,कोठी शेरपुर, मतरामपुर,कछपुरा,केशोपुर, कोठी गांव में शत-प्रतिशत टीकाकरण (प्रथम डोज) करवाया गया।
*एएनएम उपदेश बताती हैं* कि वर्ष 2007 में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं देना शुरू किया और उनके द्वारा परिवार नियोजन व टीकाकरण के लिए दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जनपद व राज्य स्तर पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।एएनएम ने बताया कि जब कोविड टीकाकरण शुरू हुआ तब शुरुआत में टीकाकरण करवाने के लिए लोग तैयार नहीं हो रहे थे तो ग्रामीण क्षेत्रों में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विशेष रणनीति तैयार की और गांव के सकारात्मक सोच वाले लोगों से संपर्क कर पहले उनका टीकाकरण कराया।क्षेत्र में जिन लोगों ने टीकाकरण करवाया उन लोगों के नाम को उदाहरण के रूप में जन-जन तक पहुंचाया।ग्रामीणों को बताया कि उन लोगों ने भी टीकाकरण कराया है,उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई,फिर लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया।उपदेश ने बताया शुरुआत में तो थोड़ी मुश्किल हुई लेकिन हिम्मत नहीं हारी और धीरे-धीरे परिणाम सकारात्मक मिलने लगे और लोग समझाने के बाद टीकाकरण कराने लगे।
*उन्होंने बताया* सभी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनका भरपूर साथ दिया जो कहीं न कहीं हम लोगों के लिए सहायक सिद्ध हुआ।विशेषकर मैं कहना चाहूंगी गांव-गांव जाकर आशा कार्यकर्ता लेखा और संगिनी सरिता चौहान ने जिस तरह मेरा सहयोग किया,उसी का परिणाम हुआ कि लगभग महेवा ब्लाक के 6-7 गांव में हमने शत-प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण किया।
*ब्यासपुर ग्राम* (महेवा ब्लाक) के श्यामलाल बताते हैं कि मुझे टीकाकरण करवाने में डर लग रहा था लेकिन एएनएम ने मुझे बताया टीकाकरण करवाने से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी और कोरोना से बचाव के लिए टीका आवश्यक है।उनके समझाने के बाद फिर मैंने टीकाकरण कराया और मुझे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई *इसलिए मैं सभी से अपील करूंगा टीकाकरण अवश्य करवाएं।*