*औरैया,बारिश और तेज हवाओं ने बिगाड़ा किसानों का समीकरण*
*बेमौसम हुई बारिश से सरसों,आलू,चना,मटर और गेंहूँ में होगा नुकसान।*
*सरसों की फसल खेत मे गिर जाने से उत्पादन पर पड़ेगा असर।*
*फसल समय से न कटने पर अगली फसल बोने में हो सकती है देरी।*
*फफूंद,औरैया।* बेसोम हुई बारिश तेज हवाओं तथा कोहरा और पाला गिरने से अधिकतर फसलों में नुकसान होने की संभावना है,फसले तैयार है लेकिन बारिस और पाला गिरने से अब उनके पकने में देरी होने से अगली फसल की बुआई में देरी ही सकती है,बेमौसम बारिस से फसलों के उत्पादन पर असर पड़ने से किसानों को आर्थिक नुकसान भी होगा।
कृषी विज्ञान केंद्र के हैड एवम वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर अनन्त कुमार झा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बेमौसम हुई बरसात से आलू की फसल ने नुकसान होने की संभावना है आलू की फसल तैयार है खेत मे पानी भर जाने से फसल के सड़ने का खतरा है यदि खेत मे पानी भरा हो तो किसान पानी को तुरन्त निकाल दे,जो आलू की फसल तैयार हो रही है पाला पड़ने से उसमे रोग लग सकता है,किसान फसल को देखते रहे रोग लगने की स्थित में विशेषज्ञ द्वारा जानकारी कर दवा का प्रयोग फसल में करे।सरसों की फसल भी तैयार है और पकने की कगार पर है,बारिस और तेज हवाओं के कारण फसल खेत मे गिर गई है जिससे उत्पादन पर असर पड़ने के साथ ही फसल के देर से पकने के आसार बन गए है देर से सरसों की फसल कटने से अगली फसल की बुआई भी देर से हो सकेगी।सरसों जो पिछेती बोई गई है बारिस से उसका फूल झड़ जाने से कोहरा और पाला पड़ने से उत्पादन कम हो सकता है फसल में रोग भी लग सकता है।
गेंहूँ की फसल में यूं तो नुकसान नही है हल्की मिट्टी वाले खेत जिनमे किसान सिचाई कर चुके है उनमें यदि पानी भरा है तो फसल कमजोर हो जाएगी उत्पादन पर असर पड़ेगा,चना,मटर जो ऊंची जमीन पर है उनमें नुकसान नही है जी निचली भूमि पर है उनमे पानी के ठहराव से नुकसान हो सकता है।
रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद