*2 मिनट मौन धारण कर दी गयी शहीद दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि*
जसवंतनगर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 74 वीं पुण्यतिथि पर याद करते हुए स्वाधीनता संग्राम के बलिदानियों को एसडीएम व तहसीलदार समेत अधीनस्थों ने श्रद्धांजलि दी।
तहसील सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान एसडीएम नम्रता सिंह ने कहा कि 30 जनवरी सन 1948 को सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता गांधी की हत्या कर दी गई थी। इस दिन देश और दुनिया में लोग बापू को श्रद्धांजलि देकर प्रार्थनाओं में उन्हें याद करते हैं। भारत समेत दुनिया के 15 देश अपने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए शहीद दिवस मनाते हैं।
इस मौके पर मौजूद कर्मियों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु व उनके बलिदान को याद करते हुए उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन धारण कर इन शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और युवाओं को उनके पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया।
इस दौरान तहसीलदार अशोक कुमार सिंह समेत तहसील स्टाफ व क्षेत्रीय लेखपाल मौजूद रहे।
*क्यों मनाते हैं शहीद दिवस*
30 जनवरी को महात्मा गांधी की हत्या हुई थी. और 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी. इसलिए इन अमर शहीदों की याद में 23 मार्च को भी `शहीद दिवस` मनाया जाता है… 30 जनवरी को गांधी जी की हत्या हुई थी इसलिए इस दिन को भी शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।