*मंहगाई और टैक्स से व्यापारियों को राहत दे सरकार*
*व्यापार मण्डल ने की वित्तमंत्री से माँग*
*इटावा।* केंद्र सरकार द्वारा एक फरवरी को बजट प्रस्तुत किया जा रहा है।कोरोना महामारी से जूझ रहे व्यापारियों एवं आमजन को बजट से ढेरों उम्मीदें हैं। *उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष आलोक दीक्षित एवं जिला महामंत्री आकाशदीप जैन बेटू* ने कहा कोरोना काल में उद्योग, व्यापार,रोजगार से लेकर जीवन का हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, *कारोबार पटरी पर लौटे और तेज रफ्तार से दौड़े, इसके लिए सरकार का सहयोग बहुत जरूरी है।* ज्यादातर लोगों की आमदनी घटी है महंगाई की वजह से रसोई का भी बजट गड़बड़ा गया है।मंडी शुल्क और जीएसटी के कारण व्यापारी वर्ग परेशान है। *सरकार महंगाई और विभिन्न प्रकार के टैक्सों में कमी कर राहत दे,* जीएसटी लागू करते समय केंद्र सरकार ने कहा था कि एक राष्ट्र एक टैक्स किंतु दावा हवा हवाई साबित हुआ आज भी व्यापारी जीएसटी की अलग-अलग दरें झेल रहा है सभी प्रकार के टैक्स समाप्त किए जाएं,इसी के साथ मंडी शुल्क वापस लिया जाए। जीएसटी की एक समान दर 10 प्रतिशत सभी जिंसों पर रखी जाए, कपड़ों पर जीएसटी की दर बढ़ाने से व्यापारियों व आम आदमी को परेशानी हो रही है *केंद्रीय बजट में महंगाई पर काबू पाने का प्रयास हो।* कपास के दाम में तेजी से होजरी एवं कपड़ों पर 30 से 40 प्रतिशत भाव बढ़ गए।सरकार जीएसटी पांच से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने की सोच रही है *कपड़े व होजरी जन सामान्य की जरूरत की चीज है इसके रेट नहीं बढ़ने चाहिए।* महंगाई पर काबू पाने की जरूरत है जनता कराह रही है खाने-पीने से लेकर अन्य सामान काफी महंगे हुए हैं *दाल,सरसों के तेल से लेकर अन्य खाद्य वस्तुएं आदमी की पहुंच से दूर हो रही हैं।*