औरैया,जनता महाविद्ययालय अजीतमल मैं स्वर्गीय पंडित सत्यनारायण दुबे की जयंती मनाई
औरैया स्थानीय जनता महाविद्यालय में प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं प्रबंधक रहे स्वर्गीय पंडित सत्यनारायण दुबे एडवोकेट पूर्व कैबिनेट मंत्री की जयंती का कार्यक्रम उनके अनुज प्रेम नारायण दुबे ,पुत्र उत्तम कुमार दुबे, डॉ. आभा एवं डॉ.आनंद कुमार दुबे, एवं उनके परिवारी जनों द्वारा महाविद्यालय के जी- हॉल में संपन्न कराया गया।
इस अवसर पर डॉ आनंद द्वारा श्री जनता इंटर कॉलेज अजीतमल के प्रधानाचार्य श्री कृष्ण मोहन उपाध्याय एवं जनता महाविद्यालय अजीतमल के प्राचार्य डॉक्टर सचिंद्र मोहन शर्मा से निर्धन मेधावी छात्रों के पुरस्कार हेतु 10-10 नाम मांगे गये थे , इन्हीं में से दोनों विद्यालयों के 5-5 छात्रों को चयन कर उन सभी को पांच पांच हजार रुपए एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। शेष छात्र/ छात्राओं को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये। जनता इंटर कॉलेज से कुमारी शालिनी गौतम, कुमारी मुस्कान, विकास गौतम, नितेश कुमार , निखिल कुमार, दीपांशु गौतम एवं महाविद्यालय से राम कर प्रताप सिंह, अजीत सिंह ,कुमारी यीशु पोरवाल , कुमारी मानसी एवं कुमारी जागृति पाठक को क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ रिपुदमन सिंह द्वारा सम्मानित किया गया उन्होंने अपने आशीष वचन में यह भी कहा कि समाज में ऐसे मनीषी रहे हैं जिन्होंने शिक्षा का दीप जलाकर ग्रामीण अंचल में पढ़ने वाले छात्र /छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के साधन उपलब्ध कराये हैं। यह विद्यालय आज प्रदेश में ही नहीं देश में भी अपना स्थान रखता है। इन दोनों विद्यालयों से निकले छात्र-छात्राएं आईएएस पीसीएस आईपीएस वर्तमान में है और पूर्व में भी रहे है। इन विद्यालयों में प्रतिभाओं को उत्साहित करने के लिए बाबूजी के परिवार के लोगों ने जो यह योजना चलाई है ,निसंदेह इससे छात्र-छात्राओं में आगे बढ़ने के लिए हौसला बढ़ेगा। इस अवसर पर दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं प्राचार्य महोदय ने बालक/ बालिकाओं को उत्साहित करने के लिए कहा कि प्रतिवर्ष दुबे जी के परिवार के लोगों के द्वारा उनकी जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जो छात्र /छात्राएं इस वर्ष वंचित रह गये हैं ,वह आगे प्रयास करें और अगले वर्ष इस कार्यक्रम में प्रतिभाग कर स्थान प्राप्त करें।
इस अवसर पर बाबूजी की अनुज बधू श्रीमती दुर्गा देवी दुबे ने कुछ काव्य पंक्तियों के माध्यम से व्यक्त किया कि बाबूजी हजारों के सहारा थे और उन्होंने बगैर किसी भेदभाव के सभी की सेवा की व यथासंभव सहयोग किया। आज वह हम लोगों के बीच में नहीं हैं फिर भी हम सभी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे।
बाबूजी सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीति को अपनाते थे। वह कभी किसी से नाराज नहीं होते थे सबके हित चिंतन की बात करते थे। यह सच है आज वह हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनकी स्मृतियां हमें उत्साहित करती रहेंगी। इस कार्यक्रम में श्रीमती नीतू पाठक रजत दुबे शिव प्रकाश दुबे होशियार सिंह राजपूत डॉ. पी पी सिंह, डॉ.ध्रुव दत्त त्रिपाठी,डॉ.योगेश दीक्षित, डॉ. उपेंद्र कुमार त्रिपाठी एवं दोनों विद्यालयों के शिक्षक उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के रीडर डॉक्टर वीरेश भदौरिया ने किया।
अंत में प्रबंध समिति के अध्यक्ष उत्तम कुमार दुबे एडवोकेट के द्वारा कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।
ए, के,सिंह सँवाददाता