इटावा में 3 विधानसभा के 26 प्रत्याशियों की किस्मत का आज फैसला होगा। कड़ी सुरक्षा के बीच नवीन मंडी में मतगणना होगी। तीनों सीटों पर सपा-भाजपा का मुकाबला देखने को मिलेगा। 400 से अधिक सरकारी कर्मी मतगणना हॉल में मौजूद रहेंगे।
समाजवादी पार्टी का गढ़ कहलाए जाने वाले इटावा जनपद की तीनों सीटों पर इस बार क्या सपा अपना किला बचा पाएगी ? 2017 की मोदी लहर में जिस तरह यहां की दो विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था क्या बीजेपी इस बार भी इन सीटों पर काबिज होगी ? इसका फैसला आज होगा।
राजनीति के जानकारों के अनुसार, बताया जाता है कि सैफई परिवार के आपसी कलह के कारण सपा का किला बीजेपी के प्रत्याशियों ने ढहा दिया था। इसके पीछे बड़ा कारण यह भी था कि शिवपाल सिंह यादव की टीम ने 2017 में दोनों सीटों पर नाराजगी के चलते सपा प्रत्याशियों के पक्ष में काम नहीं किया था। जिसका बड़ा फायदा बीजेपी को मिला और दो सीटों पर बीजेपी की महिला विधायकों ने कब्जा जमाया था। आम जनता इसको मोदी लहर मान रही थी। लेकिन दोनों सीटों पर सपा की हार को राजनैतिक विश्लेषज्ञ हार का कारण परिवार में बिखराव मान रहे थे। लेकिन अखिलेश यादव के साथ चचा शिवपाल यादव एक बार फिर साथ हैं। तो अब सीटों पर जीत हार के समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं।
इटावा सदर विधानसभा 200 सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक सरिता भदौरिया को प्रत्याशी बनाया है, जबकि सपा ने तीन बार के पूर्व सांसद राम सिंह शाक्य के पुत्र सर्वेश शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर कांटे की टक्कर सपा और भाजपा में देखने को मिल रही हैं।
जसवंतनगर 199 सीट पर समाजवादी पार्टी का लम्बे से कब्जा बरक़रार है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव इसी सीट पर जीतकर राजनीति के पहलवान बने और पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे और सात बार इसी सीट चुनाव जीते जिसके बाद उन्होंने यह सीट अपने छोटे भाई शिवपाल के लिए छोड़ दी थी जिसके बाद 1996 से लेकर 2017 तक बड़े मार्जन से पांच बार से जीतते चले आरहे रहे हैं। इस सीट पर बीजेपी से विवेक शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। लेकिन राजनीति के पंडितो के मुताबिक शिवपाल सिंह यादव एकतरफा जीत इस बार भी दर्ज कराने में सफल होंगे। यहां भाजपा ने विवेक शाक्य को टिकिट देकर चुनाव मैदान में उतारा है।
भरथना रिजर्व सीट पर सपा ने दो बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके बसपा के कद्दावर नेता माने वाले राघवेंद्र गौतम को अपना प्रत्याशी बनाया है। वही 2017 में भाजपा से इस सीट पर महज दो हजार वोटों से जीती सावित्री कठेरिया का टकिट काटकर उनकी जगह पूर्व बसपा मंत्री स्व गौरी शंकर के पुत्र डॉ. सिद्धार्थ शंकर को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर सपा भाजपा में कड़ी टक्कर बताई जा रही है।
आज नवीन मंडी मतगणना स्थल पर तीनों विधानसभा सीटों के लिए 21-21 टेबल लगाई गयी हैं। जिनमे कुल 14 राउंड की मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू की जाएगी।जसवंत नगर विधानसभा में 7 प्रत्याशी है। जिससे माना जा रहा है कि सबसे पहले रिजल्ट जसवंतनगर का घोषित होगा। इटावा सदर में 11 प्रत्याशी मैदान में है, लेकिन बूथ कम है इसलिए इसका परिणाम मध्य में आने की उम्मीद है