भरथना
विक्टर पब्लिक स्कूल भरथना में नमक सत्याग्रह की 92 वर्षगांठ मनाई गई।
विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य अल्पना केशरवानी ने बताया कि 12 मार्च सन 1930 में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से दांडी तक अपने 78 सहयोगियों के साथ पैदल मार्च शुरू किया था इसमें उनके साथ विभिन्न जाति एवं वर्ग के हजारों लोग जुड़ते चले गए ,349 किलोमीटर लंबी दूरी की यात्रा 24 दिनों में पैदल मार्च द्वारा दांडी पहुंचकर नमक कानून के विरोध स्वरूप नमक बनाकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की नींव रखी इसके फलस्वरूप आम जनता में यह विश्वास जागा कि किसी भी काले कानून का विरोध वह अहिंसा द्वारा कर सकते हैं इस आंदोलन ने स्वतंत्रा आंदोलन में नई जान फूंक दी।
विद्यालय प्रबंधक रोहन सिंह ने बताया की गांधीजी अपने बचपन में एक साधारण बालक थे अपने गुणों के चलते ही वह इतने बड़े व्यक्तित्व जो पूरी दुनिया को प्रभावित करने वाले बन सके, इन घटनाओं को याद करने का उद्देश्य उनसे प्रेरणा लेना है।इस दौरान मौजूद शिक्षक व छात्रों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
इस मौके पर ट्रस्टी रजत सिंह, वरिष्ठ अध्यापक महेंद्र सिंह, पूनम, आरती, अनीता, उषा , पलक, अंशिका , शालिनी, निशा व रुखसाना आदि शिक्षकगणों के अलावा सभी छात्र मौजूद रहे।