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इटावा*चकरनगर में होली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया*

*चकरनगर में होली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया*

– नगला पुरा में होली के दौरान 70 व 80 वर्ष के वयोवृद्धों ने नाच कर होली मनाई तो वहीं युवा भी डीजे पर थिरके
– गौहानी में होली का कार्यक्रम रंग पंचमी के दिन होगा समाप्त
– कुछ अनुशासन ही युवाओं ने गौहानी में खेली कपड़ा फार होली
– कुछ जगहों पर रंग और फाग के बीच बैंड बाजे का भी हुआ प्रदर्शन
चकरनगर/इटावा। रंगों का पर्व होली आपसी भाईचारे और सद्भाव मैं हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। छुटपुट घटनाओं को छोड़कर कहीं से कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है।

उपलब्ध जानकारी के अनुसार चकरनगर क्षेत्र के अंतर्गत सभी स्थानों पर होली का रंग सभी के ऊपर सवार था, कुछ ऐसे लोग जो इस प्रथा को नहीं मानते हैं उनको छोड़कर बाकी सभी लोगों ने कुशलतापूर्वक हर्षोल्लास के साथ एक दूसरे के गले मिलकर बधाई और शुभकामनाएं दीं। दरवाजे-दरवाजे पर एक ने दूसरे का स्वागत सत्कार किया। कुछ गांव में ढोलक झांज मजीरा के साथ फगवाओं ने फाग निकाली।दरवाजे दरवाजे पर जाकर जश्न मनाते हुए एक दूसरे को बधाई व शुभकामनाएं दीं। पथर्रा पंचायत के मजरा नगला पुरा में 70 वर्ष के राजेंद्र सिंह राजावत व 80 वर्षीय वीरेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि हम सब इसी तरह से हर वर्ष होली मनाते हैं बहुत खुशी महसूस करते हैं सभी लोग सामूहिक होली का त्यौहार मनाते हैं। इस कार्यक्रम में गांव के सभी लोगों ने जश्न मनाया। खिरीटी निवासी समाजसेवी मास्टर पंकज तिवारी व रोहित तिवारी ने बताया कि हमारे गांव में रंग अबीर और गुलाल की होली बड़े ही हर्षोल्लास के साथ यह दूसरे के दरवाजे पर जाकर खेली और एक दूसरे के गले मिलकर बधाई व शुभकामनाएं दीं। मौज वहां पर आ गई जहां पर कुछ नशीले किस्म के लोग जिनके ऊपर रंग के नशा के अलावा गांजा भांग और शराब का भी नशा था जिससे वह विह्वल होकर नाचे और लोगों ने खूब ठहाका लगाकर मौज ली। गौहानी निवासी उमेश चंद्र मिश्रा, डॉक्टर ब्रह्म कुमार मिश्र, राकेश दीक्षित, अरुण सिंह चौहान, रिंकू सिंह चौहान, भूपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हमारे गांव की होली तो बहुत ही सुंदर है ऐसा तो संयोग शायद पूरे विश्व में कहीं नहीं होगा! पूंछे जाने पर उन्होंने बताया कि हमारे यहां होली सिर्फ 2 घंटे के लिए रंग अबीर गुलाल और कुछ कीचड़ का भी इस्तेमाल किया जाता है जो उदंड किस्म के अनुशासन हीन लड़के होते हैं वह नालियों का कीचड़ भी बाल्टियों में भरकर लोगों के ऊपर उड़ेल देते हैं। एक दूसरे के साथ गले मिलकर पैर भी छूते हैं किसी को कोई आपत्ति खास नहीं होती है और यह भी कार्यक्रम दूज के दिन ही होता है परवा के दिन सिर्फ फाग नए कपड़े पहन कर होती है दोज पर सिर्फ 2 घंटे के बाद फिर लोग नए नए कपड़े धारण कर एक दूसरे के दरवाजे फाग में ढोलक झांज मजीरा लेकर जाते हैं एक दूसरे को तिलक लगाते हैं, सादर सत्कार सम्मान करते हुए एक दूसरे के गले मिलते हैं और यह कार्यक्रम रंग पंचमी के दिन श्री नरसिंह मंदिर गौहानी पर जाकर समाप्त होता है। मजरा नगरा में सुंदर सिंह राजावत सुखपाल सिंह राजावत, गुन सिंह राजावत ,मुकुट सिंह राजावत, राजकुमार सिंह राजावत,विनोद सिंह राजावत, अरविंद सिंह राजावत, गगन सिंह,अमित सिंह, सुमित सिंह,शिवम सिंह, सनी सिंह, विष्णु भदौरिया व अभिषेक आदि के साथ गौहानी में वरुण कुमार,पंकज कुमार, पत्रकार गजेंद्र सिंह चौहान आदि ने सहभागिता दर्ज कराते हुए कार्यक्रम की काफी सराहना की।यहां पर यह बात विशेष उल्लेखनीय रही की गौहानी में कपड़ा फार होली भी खेली गई जिसमें कुछ शरारती किस्म के युवाओं ने एक दूसरे के कपड़े फाड़कर जहां नुकसान किया तो वही मर्यादा का भी उल्लंघन किया जो निंदनीय रहा।

रिपोर्ट डॉक्टर एस बी एस चौहान