इटावा में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नाबार्ड मशक्कत में जुटा है। नाबार्ड की ओर से 50 किसान ट्रेनिंग के लिए भेज गए हैं। नाबार्ड द्वारा कैट विजिट के अंतर्गत सरसों की फसल आधुनिक तरीके एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए भेजे गए। किसानों के दो ग्रुप को राजस्थान के भरतपुर जनपद में सरसों अनुसंधान केंद्र भेजे गए।
इटावा में सरसों की पैदावार बढ़ाने के लिए और सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी के तहतराष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक द्वारा कृषि तकनीकी किसानों का शैक्षिक भ्रमण के लिए राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केंद्र भरतपुर राजस्थान भेजा जा रहा है। नाबार्ड के माध्यम से ब्लॉक के आधा सैकड़ा किसानों को दो अलग-अलग ग्रुपों में भेजा गया है।
ग्रामीण की आय दोगुनी करने की कवायद
जिससे कि इटावा में भी सरसों की उन्नत फसल हो सके और किसानों की आय दोगुनी हो सके। उप कृषि निदेशक कार्यालय से किसानों किसानों के इस ब्राह्मण बस को हरी झंडी दिखाकर राजस्थान के लिए रवाना किया गया है सरकार किसानों के लिए अन्य जनपदों में व अन्य प्रदेशों में जय श्री के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लगातार किसानों को कृषि हेतु प्रशिक्षित करने और उनकी आय दोगुनी करने के लिए कार्यक्रम चला रही है।
प्रशिक्षण के लिए भरतपुर जा रहे किसान दीप सिंह शाक्य का कहना है कि नाबार्ड के द्वारा हमें आमंत्रित करके तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। जिससे कि हमारे जिले में सरसों की खेती में तेजी से पैदावार हो और इजाफा हो सके इसके लिए हम लोग आज यहां से प्रशिक्षण के लिए जा रहे हैं। इस प्रशिक्षण से वैज्ञानिक विधि से ज्यादा सरसों की पैदावार कैसे होगी उसके तरीके हम किसानों को वहां बताए जाएंगे। जिससे हम सभी प्रशिक्षण लेने वाले किसान सरसों की खेती में और अच्छी पैदावार कर सकें। नाबार्ड के अधिकारी चंदन सिंह और उप कृषि निदेशक के द्वारा लगातार किसानों के हितों में कार्य कर रहे हैं। और इन्ही के माध्यम से हम लोग प्रशिक्षण के लिए जा रहे हैं।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए किसान रवाना
नाबार्ड अधिकारी चंदन सिंह गुप्ता के मुताबिक इटावा जनपद में सरसों की अच्छी पैदावार के लिए सरकार द्वारा 50 किसानों के दो ग्रुप राजस्थान के भरतपुर में सरसों अनुसंधान केंद्र में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। इटावा में सरसों की पैदावार अच्छी खेती है सरकार भी सरसों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है इसलिए जो लोग सरसों की खेती कर रहे हैं यह सरसों की खेती करना चाहते हैं उनको सरकार नाबार्ड के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए भेज रही है। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में किसानों को सर्टिफिकेट भी उपलब्ध करवाया जाता है। और सरसों की खेती में बैंक के द्वारा केसीसी भी अच्छी