इटावा चकरनगर तहसील क्षेत्र के गांव नगला चौप, नगला कढ़ोरी, नगला मथुरी, फूटाताल, नीमढ़ाड़ा आदि के दो दर्जन से अधिक पशुपालकों ने शनिवार को सहसों के उप पशु चिकित्सक भवन पहुंचकर उप पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल कुमार का घेराव करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित पशुपालकों का आरोप है कि जमुनापारी बकरी के अनुवांशिक सुधार के लिए सरकार की ओर से चालू की गई योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है।
पशुपालकों ने बताया कि डॉक्टर की टीम के बिचौलिए खाते में डाले जाने वाले रुपए में से तीन हिस्से करने की बात करते हैं, जिसमें पहला हिस्सा डॉक्टर, दूसरा बिचौलिए और तीसरा हिस्सा पशुपालक को मिलता है। उन्होंने कहा कि ऐसा न करने पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले पशुपालकों के खातों में एक भी पैसा नहीं डाला गया। उक्त पशुपालकों ने तो यहां तक बताया कि क्षेत्र से लेकर बॉर्डर से सटे मध्य प्रदेश के कई गांव के आम लोगों के खाते में बकरी न होने के बावजूद भी पैसे डाले गए। इसके उपरांत पशु चिकित्सक की टीम के द्वारा उक्त धन का बंदरबांट किया गया।
आरोप लगाने वाले पशुपालक शिव सिंह, जाहर सिंह, विरोज यादव, देवेन्द्र, पूरन सिंह, बादशाह सिंह, भोले सिंह, टेक सिंह, अनिल सिंह, वीरेन्द सिंह, रामबाबू आदि ने बताया कि मौजूदा समय में भी जिन पशुपालकों की बकरियां बच्चे खरीदने के लिए चयनित की गई थी, उनके बच्चे नहीं खरीदे जा रहे हैं। बल्कि फर्जी तरीके से जमुनापारी बकरी के बच्चों की खरीद दिखाकर एक बार फिर से डॉक्टर द्वारा आए हुए धन का बंदरबांट शुरू कर दिया गया है।
उपरोक्त पशुपालकों के बकरी के बच्चों का पैसा न मिलने से आक्रोशित पशुपालकों ने एसडीएम चकरनगर मलखान सिंह को लिखित प्रार्थना पत्र देते हुए समूचे मामले में भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उप पशु चिकित्सा अधिकारी के लिए लेटर जारी किया गया है, समूचे मामले में गहनता से जांच पड़ताल की जाएगी।
-मलखान सिंह, उप जिलाधिकारी चकरनगर।