जसवंतनगर : नगर में धूमधाम से चल रहे श्री इंद्र ध्वज महामंडल विधान में देश-विदेश में ख्याति प्राप्त विद्वान डॉ. संजीव जी गोधा ने स्वाध्याय में बताया हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म भारत जैसे धर्म प्रधान देश में हुआ है जहां हमें जैन धर्म ,जिनेंद्र देव के दर्शन के साथ-साथ जिनवाणी मां का रसास्वादन एवं बीतरागी दिगंबर गुरुओं का समागम मिलता है। मनुष्य पर्याय अनुकरणीय है हमें इस समय को सार्थकता में बदलते हुए इस भव को सार्थक करना है एवं शीघ्र ही मोक्ष पद को प्राप्त करने का प्रयत्न करना है।
रात्रि कालीन में आयोजित हुई संगीतमय कथा में विधानाचार्य संजय शास्त्री ने बताया सेठ सुदर्शन जैसे महाव्रती से हमें बहुत कुछ सीखना चाहिए जिन्होंने अपने सील व्रत के लिए अपने ऊपर हो रही कुचेष्टाओ को होते हुए भी धर्म का साथ एवं ब्रह्मचर्य व्रत को नहीं छोड़ा। मुनिराज होते हुए भी इतने उपसर्ग हुए फिर भी धर्म की रक्षा हेतु वे दृढ़ संकल्पित हमेशा रहे इसके फलस्वरूप केवल ज्ञान को प्राप्त करते हुए मोक्ष पद को प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में देवेंद्र जैन, अनुपम जैन, शिवकांत जैन, विवेक मोना गुप्ता, सन्मत जैन, सौरभ जैन, आशीष चौरसिया, पवन शिवहरे, पंकज जैन, चंचल गुप्ता आदि का सहयोग रहा