औरैया,जल की अनावश्यक बर्बादी ना करें – जिलाधिकारी
जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा
औरैया। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जल ही जीवन है, इसका सदुपयोग किया जाये। जिलाधिकारी ने जल की बर्बादी रोकने व प्राकृतिक वस्तुओं का दुरूपयोग रोकने के सख्त निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपनी जिम्मेदारी का सही निर्वाहन करें, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में अधिशाषी अभियंता जल निगम ग्रामीण ने बताया कि जल जीवन मिशन फेज -1 के अन्तर्गत पूर्व में निर्मित ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं, जो आंशिक क्षमता पर क्रियाशील थीं उनमें रेट्रोफिटिंग कार्यों के अन्तर्गत टूटी व क्षतिग्रस्त पाइप लाइन के स्थान पर नई पाइप लाइन बिछाकर सभी घरों में नल से जल उपलब्ध कराये जाने के लिये कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जल उपलब्ध कराने के लिये तृतीय चरण में शेष 175 राजस्व ग्रामों का चयन किया गया है। जिसकी डीपीआर बनाई जा रही है। अधिशाषी अभियंता ने बताया कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम फेज-2 के अन्तर्गत नव निर्माणाधीन ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं में 100 दिनों में 3506 हाउस कनेक्शन लक्षित किये गये हैं जिसमें अद्यतन तक 750 गृह जल संयोजन किये जा चुके हैं। शेष पर कार्य प्रगति पर है। समीक्षा के बाद जिलाधिकारी श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जल की अनावश्यक बर्बादी रोकी जाये,इसके लिये अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाये। जिलाधिकारी ने लगातार गिर रहे जल स्तर पर चिन्ता जताई और लोगों को जल बचाने के लिये जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने खराब व क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को जल्द ठीक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह अपने पद का सही से निर्वाहन करें, लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में जल निगम के अलावा अन्य कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
ए, के,सिंह सवाददाता जनपद औरैया