आगरा स्थित ताजमहल में मौजूद 22 कमरों को खोलने की मांग की गई इसमें क पक्ष हिन्दुओं का मंदिर बताने में लगा हुआ है, तो कोई इसे शिवमंदिर।सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते करते हुए कहा कि जनहित याचिका की प्रणाली का मजाक न बनाएं।
अपने विषय पर पहले सही से रिसर्च करें। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय में अपना नामांकन कराएं, यदि कोई विश्वविद्यालय आपको ऐसे विषय पर शोध करने से मना करता है तो हमारे पास आएं। याचिका पर सवा दो बजे फिर सुनवाई होगी।
दायर याचिका में कहा गया है कि ताजमहल है। इससे पता चल सके कि इनके अंदर किसी देवी देवता की मूर्ती या शिलालेख है या नहीं। चलिए आपको ताजमहल के इन बंद कमरों के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
याचिका में यह भी दावा है कि ताजमहल के बंद दरवाजों के भीतर भगवान शिव का मंदिर है।याचिका में अयोध्या के महंत परमहंस के वहां जाने और उन्हें भगवा वस्त्रों के कारण रोके जाने संबंधी हालिया विवाद का भी जिक्र किया गया है।