वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर में बिताए गए कमीशन की टीम के 12 घंटे बेहद अहम रोल निभाएंगे।सरकारी वकील ने मंगलवार को याचिका दायर करके एक और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करने की मांग की है.
इसके साथ ही वजूखाने और शौचालय को शिफ्ट करने की मांग की गई है.ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक सर्वे का काम चला.तीन दिनों में 12 घंटे से अधिक समय तक चली कार्रवाई में खींची गईं 15 सौ तस्वीरों में ज्ञानवापी का सच दर्ज हो चुका है।
ज्ञानवापी परिसर में चले तीन दिन तक सर्वे के बाद आज इस पूरे मामले की रिपोर्ट को कोर्ट में देना था, मगर रिपोर्ट तैयार नहीं होने की वजह से कोर्ट कमिश्नर आज मियाद बढ़ाने की मांग कर सकते हैं.
हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी से ली गई तस्वीरें और वीडियो उनके दावे को और मजबूत करेगा। हालांकि, मुस्लिम पक्ष का दावा है कि वहां कुछ भी नहीं मिला है। 14 से 16 मई तक चली कमीशन की कार्रवाई की शुरुआत ज्ञानवापी परिसर के तहखाने की पश्चिमी दीवार से हुई थी।
अंतिम दिन के सर्वे में वजुखाने के नीचे तक सर्वे की प्रक्रिया के दौरान शिवलिंग मिलने के दावे के बाद अहम मोड़ आ गया है। मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि आज कोर्ट ने रिपोर्ट मांगी थी उनको आज रिपोर्ट देनी चाहिए.