जसवंतनगर: क्षेत्र के ग्राम डुढहा शिव मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ शुरू हो गया। गुरुबार को मंदिर प्रांगण से बैंड बाजे के साथ सैकड़ों महिलाएं सिर पर कलश रखकर विभिन्न मंदिरों में पहुंची। सभी मंदिरों तथा नहर से जल लाकर कलश यात्रा कथा स्थल पर आकर संपन्न हुई। यह कथा 11:00 बजे से 5:00 बजे तक चलेगी।
पहले दिन की कथा का शुभारंभ मंगलाचरण तथा भागवत पुराण के पूजन से हुआ। कथा व्यास आचार्य राम जी दिवेदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति तथा मानवता को बचाने के लिए सद्भावना एवं आत्मज्ञान के प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। धार्मिक गतिविधियां ही मानव समाज का उत्थान करती हैं। उन्होंने कहा कि समाज में फैला मानसिक प्रदूषण अध्यात्म ज्ञान से ही दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से कथा श्रवण करने से मानव के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
शाक्य समाज व ग्राम वासियो द्वारा आयोजित इस भगवत कथा में परीक्षित की भूमिका में राम नरेश तथा उनकी पत्नी सरोज देवी तथा यज्ञ पत्ती ओम प्रकाश तथा उनकी पत्नी राम बेटी है । कथा के आयोजक प्रताप सिंह के अलावा व्यवस्था में सूरज, विमल, शिवप्रकाश, रंजीत, पंकज, दीनानाथ , आयुष , अनमोल, नाथूराम, नंदराम, तथा दयाशंकर आदि है। 7 जून को कथा का समापन होगा। तथा 8 जून को पूर्णाहुति के साथ भंडारे का कार्यक्रम आयोजित होगा