*उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 50 वें जन्मदिन एवं विश्व पर्यावरण दिवस पर जिला कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम !*
उत्तर प्रदेश की *राजनीति में नया अध्याय लिखने वाले योगी आदित्यनाथ का आज 50वां जन्मदिन है।* इस मौके पर पूरे प्रदेश में बड़े उत्साह के साथ जन्मदिन मनाया जा रहा है ।
भारतीय जनता पार्टी *जिला कार्यालय पर जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत ने योगी जी के चित्र के सम्मुख तिलक लगाकर, केक काटकर व एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जन्मदिन मनाया ।* इस मौके पर योगी जी के लंबी उम्र की कामना की गई ।
*विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला कार्यालय प्रांगण में पौधा रोपित किया तथा सभी से वृक्षारोपण करने का अनुरोध किया ।*
जन्मदिन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले गोरखपुर की गोरक्षपीठ से दीक्षा लेने वाले योगी आदित्यनाथ का राजनीति में समय-समय पर किरदार बदलता रहा। इस दौरान भी उन्होंने हर भूमिका को एक मिशन के रूप में लेकर सफलता के झंडे गाड़े।
उत्तराखंड के पंचुर, पौड़ी गढ़वाल में पांच जून 1972 को जन्मे अजय सिंह बिष्ट ने बीएससी तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद गोरखपुर की गोरक्षपीठ पहुंचे तो फिर वापसी के बारे में सोचा तक नहीं। गोरखपुर को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले योगी आदित्यनाथ ने नाथ संप्रदाय को भी काफी आगे बढ़ाया। गोरखपुर से 1998 से 2017 तक लोकसभा के सदस्य रहे योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली।
योगी आदित्यनाथ ने 1977 में टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई शुरू की। 1987 में दसवीं की परीक्षा पास की। 1989 में ऋषिकेश के श्री भरत मन्दिर इण्टर कालेज से इंटर की परीक्षा पास की। 1990 में ग्रेजुएशन के दौरान वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े। 1992 में श्रीनगर के हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी की परीक्षा पास की।
1998 में गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा में पहुंचे। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 26 वर्ष थी। वह देश के सबसे युवा सांसद थे। इसके बाद तो 2014 तक लगातार सांसद रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला मंत्री चक्रेश जैन, कोषाध्यक्ष संजीव भदौरिया, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती विरला शाक्य, सतेंद्र राजपूत, वासु चौधरी, जितेंद्र यादव, कार्यालय प्रभारी रवि प्रकाश धनगर, वाशु ठाकुर, राधा पाल सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहें ।