हॉकी के इस देश में पिछले कई वर्षों से क्रिकेट का बोलबाला रहा है। जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक में भारत का अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत सात पदकों (एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज) के साथ अंकतालिका में 48वें स्थान पर रहा।
टोक्यो ओलंपिक में भारत का अब तक सबसे बड़ा दल शामिल हुआ था। 18 खेलों में 126 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। भारत सात पदकों के साथ अंकतालिका में 48वें स्थान पर रहा। भाला फेंक इवेंट में नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर का थ्रो कर इतिहास रच दिया। उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 121 साल का इंतजार खत्म किया।
नीरज ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले और व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। इससे पहले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद पदक जीता। वहीं, महिला हॉकी पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंची। उधर, गोल्फ में अदिती अशोक ने हारकर भी इतिहास रच दिया। वह मामूली अंतर से पदक से चूक गईं।